जमातियों का सर्वे करने वाली टीम का हिस्सा थे डॉ. निजामुद्दीन
मरीजों का इलाज करते समय खुद हो गए कोरोना का शिकार
कार्डियेक अटैक पडऩे की वजह से हालत बिगड़ गई
अभिषेक सिसोदिया, सत्यकेतन समाचार। कोरोना वायरस के मरीजों का इलाज कर रहें डॉक्टर अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना वायरस के मरीजों का इलाज कर रहे है. वहीं मुरादाबाद के डॉ. निजामुद्दीन कोरोना मरीजों का इलाज करते करते खुद कोरोना का शिकार हो गए और उन्हें अपनी जान गवानी पड़ी. स्वास्थ्य विभाग के ताजपुर प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल (PHC) में तैनात रहे डॉ. निजामुद्दीन की सोमवार को मौत हो गई.
कोरोना वायरस की सभी जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें
डॉ. निजामुद्दीन कोरोना वायरस से संक्रमित थे. जमातियों का सर्वे करने के लिए जो टीम गई थी डॉ. निजामुद्दीन उसका हिस्सा टीम का हिस्सा थे सांस लेने में तकलीफ होने पर उनको 10 अप्रैल को टीएमयू में भर्ती कराया गया था. 11 अप्रैल को आईसीयू में रहने के बाद उनकी हालत बिगड़ी तो वेंटिलेटर पर रख दिया गया. रविवार देर रात कार्डियेक अटैक पडऩे की वजह से उनकी हालत बिगड़ गई. 30 मिनट की कोशिश के बाद भी वो नहीं बच सके. डॉ. निजामुद्दीन की मौत के बाद परिजनों की बुरी हालत है.
http://l1e.d8f.myftpupload.com/video-of-two-women-playing-tennis-on-the-terrace-during-the-lockdown-went-viral/
http://l1e.d8f.myftpupload.com/hospital-refuses-to-recruit-muslim-patients-of-corona-virus/