
नई दिल्ली, मंदिप कौर। देश मे कोरोना का कहर एक बार फिर बढ़ता जा रहा है. देश के कई राज्यों मे कोरोना की तीसरी लहर देखने को मिल रही है. जानलेवा कोरोना वायरस ने यू-टर्न ले लिया है. देश की जनता कोरोना को जाता समझ रही थी, लेकिन अब बढ़ते मामलों ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है. 11 मार्च 2020 यही वो तारीख थी जब विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना को वैश्विक महामारी माना था. अब हालात फिर से पिछले साल जैसे ही होते नज़र आ रहे हैं.
महाराष्ट्र, दिल्ली-पंजाब में हालात चिंताजनक
बीते दिन आए नए मामलों में 85 फीसदी मामले महाराष्ट्र, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक और तमिलनाडु में दर्ज किए गए हैं. महाराष्ट्र में आने वाले दिनों में सख्ती बढ़ाई जा सकती है. चिंता की बात ये है कि महाराष्ट्र से दूसरे राज्यों में लोगों की आवाजाही पहले की तरह जारी है. महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते आंकड़ों की वजह से अलग-अलग शहरों में फिर से लॉकडाउन और सख्ती का दौर शुरू हो गया है.
महाराष्ट्र मे आने वाले दिनों में बढ़ाई जा सकती है सख्ती
औरंगाबाद और जलगांव में महाराष्ट्र सरकार ने आंशिक लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है. औरंगाबाद के सभी पर्यटन स्थलों को बंद कर दिया गया है. बिना मास्क घर से बाहर निकलने वाले लोगों पर कार्रवाई हो रही है. वहीं, जलगांव में तीन दिन के लिए जनता कर्फ्यू को लागू किया गया है. इस दौरान सिर्फ जरूरी सेवाओं को जारी रखने की छूट दी गई है.
इसके साथ ही औरंगाबाद में प्रशासन ने 11 मार्च से 4 अप्रैल तक आंशिक लॉकडाउन लगाया है. जिसमें हर शनिवार और रविवार को सख्त लॉकडाउन लगाया गया है. लॉकडाउन में जरूरी सेवाएं छोड़कर सभी बाजार पूरी तरह से बंद रहेंगे.
नागपुर में भी 21 मार्च तक आंशिक तौर पर लॉकडाउन
नागपुर में भी प्रशासन ने कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताते हुए 15 मार्च से 21 मार्च तक आंशिक तौर पर लॉकडाउन का ऐलान किया गया है. वहीं, प्रशासन ने लोगों से कोरोना वायरस के नियमों के दिशा निर्देशों के नियमों का पालन करने के लिए अपील की है।
बीते 24 घंटों में आए इतने मामले
कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या 2 लाख के पार पहुंच गई है। शनिवार को देशभर में कोरोना के 2,10,544 एक्टिव केस दर्ज किए गए। एक तरफ 16,637 लोग कोरोना को मात देकर घर लौटे तो वहीं 25 हजार से ज्यादा नए लोग इसका शिकार हो गए।