
Corona Effect, सत्यकेतन समाचार : देशव्यापी लॉकडाउन कोरोना वायरस के वार को ही कुंद नहीं कर रहा, बल्कि यह जनता की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ा रहा है। चंद दिनों के ही जन सहयोग से दिल्ली-एनसीआर सहित देश के ज्यादातर शहरों की हवा साफ हो गई है। पिछले 6 महीने से प्रदूषण का रोना रोने वाले लोग पिछले एक सप्ताह से खुलकर हवा में सांस ले रहे हैं और मानसिक एवं शारीरिक दोनों स्तरों पर खुद को कहीं ज्यादा स्वस्थ महसूस कर रहे हैं।
Corona Effect – लॉकडाउन से आया हवा के स्तर में सुधार
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Central Pollution Control Board) द्वारा देश के 102 शहरों की वायु गुणवत्ता मापी जाती है। मंगलवार की मध्यरात्रि से हुए लॉकडाउन ने दो ही दिनों में वायु प्रदूषण की कमर तोड़ दी है। सुधार का आलम यह है कि 21 शहरों की हवा अच्छी, 64 की संतोषजनक, 14 की सामान्य श्रेणी में आ गई है। मुजफ्फरपुर, कल्याण और गुवाहाटी जैसे तीन शहर ही ऐसे हैं जहां की हवा अभी भी खराब श्रेणी में चल रही है।
Corona Effect – प्रदूषक कण पीएम का स्तर गिरा
केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अधीन सफर इंडिया के मुताबिक, वायु प्रदूषण में भी सबसे अधिक कमी नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (नॉक्स) में आई है। पेट्रोल, डीजल सहित अन्य ईंधनों के जलने पर उत्पन्न होने वाला यही प्रदूषक तत्व फेफड़ों को सर्वाधिक नुकसान पहुंचाता है। अब प्रदूषक कण पीएम 2.5 और पीएम 10 भी 55 से 60 फीसद तक कम हो गया है।
पर्यावरण विशेषज्ञों के अनुसार, यह प्रदूषक कण भी कोरोना वायरस जैसे ही होते हैं और आकार में उससे 10 से 50 फीसद तक बड़े रहते हैं। दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों में भी पीएम 2.5 जहां 55 फीसद तक वहीं नॉक्स 74 फीसद तक कम हो गया है।
Corona Effect – अच्छी हवा में सांस ले रहे दिल्लीवाले
अब यदि दिल्ली एनसीआर की बात करें तो बृहस्पतिवार को यहां की हवा भी अच्छी श्रेणी में दर्ज की गई। केवल ग्रेटर नोएडा को छोड़ दें तो दिल्ली, फरीदाबाद, गाजियाबाद, गुरुग्राम और नोएडा में एयर इंडेक्स एक सौ से नीचे चला गया है। दिल्ली का पीएम 2.5 बृहस्पतिवार को महज 38 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर और पीएम 2.5 केवल 66 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया।
Corona Effect – साफ हुई हवा से लोगों की रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ी
गुरफान बेग (परियोजना निदेशक, सफर इंडिया) के मुताबिक, देश के ज्यादातर शहरों की हवा साफ होने से लोगों की यह क्षमता बढ़ रही है। खुलकर सांस लेने से हर उम्र के लोग अच्छा महसूस कर रहे हैं। निस्संदेह इन हालातों में वे कोरोना के साथ भी मजबूती से लड़ सकेंगे। एक खास बात यह भी कि अगर देशवासी मिलकर वायु प्रदूषण जैसे नासूर को ठीक कर सकते हैं तो कोरोना से जंग में भी जीत निश्चित है।