विश्व स्वास्थ संगठन के अनुसार, एंटीबायोटिक्स को कोराना वायरस से बचाव के लिए नहीं इस्तेमाल किया जाना चाहिए. ये सिर्फ बैक्टीरियल इन्फेक्शन के लिए किसी डॉक्टर की सलाह के बाद ही लेना चाहिए.
कोरोना वायरस के चलते पूर दुनिया संकट के दौर से गुजर रही है. दुनियाभर के देशों में लॉकडाउन किया जा चुका है. इस जानलेवा वायरस से बचने के लिए लोग कई तरह की सावधानियां बरत रहे हैं. वहीं, ऐसी भी अफवाहें कि एंटीबायोटिक्स से कोरोना वायरस के इंफेक्शन को रोका जा सकता है.
शायद आप भूल रहे हैं कि एंटीबायोटिक्स सिर्फ बैक्टीरिया को मारता है न कि किसी वायरस को. वायरस और बैक्टीरिया दोनों अलग-अलग चीजें हैं और दोनों शरीर को अलग तरीके से नुकसान पहुंचाते हैं. एंटीबायोटिक्स वायरस को नहीं मार सकता है और COVID-19 एक वायरस है इसलिए एंटीबायोटिक्स से इसका इलाज नहीं किया जा सकता है.
विश्व स्वास्थ संगठन के अनुसार, एंटीबायोटिक्स को कोराना वायरस से बचाव के लिए नहीं इस्तेमाल किया जाना चाहिए. ये सिर्फ बैक्टीरियल इन्फेक्शन के लिए किसी डॉक्टर की सलाह के बाद ही लेना चाहिए. हालांकि, अगर किसी व्यक्ति को कोरोना वायरस की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया है तो उसे बैक्टीरियल इन्फेक्शन से भी दूर रखने के लिए एंटीबायोटिक्स दिया जा सकता है.
इससे बचने का एकमात्र तरीका है कि घर में खुद क्वारनटीन रखें और थोड़ी-थोड़ी देर पर कम से कम 20 सेकेंड तक साबुन से हाथ धोते रहें. इसके अलावा किसी भी व्यक्ति के नजदीक जाने पर मुंह को मास्क से अच्छी तरह कवर कर लें.