पाकिस्तान के एक ट्रेन में आग लगने से जलकर मरे अधिकांश लोगों के शवों की पहचान नहीं हो पा रही थी इसके लिए फोरेंसिक विशेषज्ञों ने डीएनए परीक्षण कराने की योजना बनाई है। कराची से रावलपिंडी जा रहे एक यात्री ने बताया की ट्रेन में एलपीजी गैस सिलेंडर में विस्फोट के चलते आग लग गई थी।
इस हादसे से कम से कम 74 लोगो की मौत हुई थी और शवों की पहचान कर पाना बहुत मुश्किल था 74 में से 52 शव आग से बुरी तरह जले हुए थे जिनकी पहचान कर पाना संभव नही था इसलिए फोरेंसिक विशेषज्ञों ने डीएनए परीक्षण कराने की योजना बनाई है।
अधिकांश पीड़ित पाकिस्तान के सबसे बड़े धार्मिक समारोहों में से एक वार्षिक तब्लीगी इज्तिमा में भाग लेने के लिए यात्रा कर रहे थे. इस समारोह में हर साल लाहौर के बाहर एक गांव में चार लाख लोग जुटते हैं, जो एक साथ दुआएं करते हैं, खाते-पीते और साथ सोते हैं.