
नई दिल्ली, रितेशु सेन। बात चाहे गृहणियों की हो या काम काजी महिलाओं की पर घर कैसे चलाना है और सारे कामों में पैसे खर्च कर के भी बचत कर लेने जैसी खूबी महिलाएं बेहतर जानती हैं. कभी अलमारियों में बड़ा सा ताला लटका के तो कभी पड़ोसी महिलाओं के साथ कमेटी चलाकर पैसों को भविष्य के लिए जमा करती हैं. इसलिए हम उन सभी महिलाओं के लिए लेकर आएं हैं एक ऐसा विकल्प जहाँ वो न सिर्फ अपनी पूँजी सुरक्षित रूप से निवेश कर सकती हैं और बल्कि, अच्छे रिटर्न का लाभ भी उठा सकती हैं.
दरअसल हम बात कर रहें हैं, म्यूच्यूअल फण्ड होउसेज़ की. हालांकि, आपने इसका नाम काफी बार सुना भी होगा पर शायद यह सोच कर नज़रअंदाज़ कर दिया होगा कि यह सारे फंड्स अमीर वर्गों के लिए होते हैं. पर ऐसा नहीं है, बल्कि इन संस्थानों की स्थापना ही छोटे निवेशकों को मद्देनज़र रखकर हुई थी ताकि वह ऐसे लोगों को भी निवेश और बाजार से जुड़े विषयों की जानकारी दे सकें।
क्या होता है म्यूच्यूअल फंड ?
म्यूच्यूअल फंड वो होउसेज़ होते हैं जहां आप अपने हिसाब से साल, महीने या दिन में कुछ पैसे निवेश करते हैं. फिर कम्पनीज़ उन पैसो को शेयर में निवेश कर जो लाभ होते हैं, वो आपको आपके पैसों के साथ रिटर्न अमाउंट देते हैं. आसान भाषा में कहें तो, कुछ कम्पनीज़ होती हैं जो छोटे (500, 5 हज़ार)- बड़े(5 करोड़) सभी तरह के निवेशकों को ग्रहण करती हैं और फिर उन सभी पैसों को एक साथ मिलाकर अलग अलग शेयर बाज़ार में निवेश करती हैं जहाँ से ज़्यादा फायदा हो. फिर उन्ही फायदे में से अपना कमीशन काट के, बचे हुए पैसे अच्छे रिटर्न के रूप में निवेशकों को वापस कर देती हैं. आज भारत में कुल 9.62 करोड़ लोग हैं जो म्यूचुअल फण्ड कम्पनीज़ में निवेश करते हैं और हर महीनें लाखों लोगों की गिनती में नए इन्वेस्टर्स निवेश कर रहे हैं.
निवेश करने का यही सबसे बेहतर विकल्प है
म्यूचुअल फण्ड होउसेज़ को निवेश करने के उद्देश्य से सबसे उत्तम विकल्प इसलिए माना जाता है क्योंकि, यहां निवेश कर आप अच्छा रिटर्न पा सकते हैं. रही बात शेयर बाजार की तो, सभी लोगों को शेयर मार्किट की ज़्यादा जानकारी नहीं होती है. ऐसे में, आप किसी के कहने में आकर ऐसी जगह भी निवेश कर सकते हैं जहां नुक्सान हो.
म्यूचुअल फण्ड कम्पनीज़ को निवेश और बाजार के विशेषज्ञ मैनेज करते हैं, जिन्हें अच्छी तरह पता होता है कि कहाँ से पैसे निकालने है. ये आपके पैसे वहीँ निवेश करते हैं जहां से अधिकतम मुनाफा हो. अब ध्यान देने वाली बात यह है कि, ये एक्सपर्ट्स सिर्फ एक जगह इन्वेस्ट नहीं करते है जिससे अगर एक जगह से नुक्सान हो भी जाता है तो यह दूसरी तरफ से अच्छी ख़ासी रकम की वापसी कर लेते हैं. इसका मतलब साफ़ है कि, आपके निवेश किए हुए पैसे म्यूचुअल फण्ड कम्पनीज़ में तब भी पूरी तरह से सेफ होते हैं जब मार्किट में अस्थिरता होती है, आप बेझिझक म्यूचुअल फंड्स में इन्वेस्ट कर सकते हैं.
निवेश किया कैसे जाता है ?
शेयर बाजार की ही तरह, म्यूचुअल फण्ड कम्पनीज़ नए निवेशकों के लिए “न्यू फण्ड ऑफर” जारी करती है. इसके अंतर्गत कम्पनीज़ फण्ड इन्वेस्ट करने वालों को यूनिट प्रोवाइड कराती है, यहाँ किसी छूट या बिमा-क़िस्त की नहीं बल्कि उस प्रति यूनिट की बात हो रही है जो कम्पनीज़ निवेशकों के फण्ड के लिए तय करती है. इसके अलावा, आज आपके लिए म्यूचुअल फण्ड में निवेश करने के काफी सारे Android App भी उपलब्ध हैं जैसे की KTrack Mobile App, Groww, IPRUTouch, MyCams, InvesTap etc. यहां आप चाहे तो मनचाही रकम एक बार में निवेश कर सकते है या फिर SIP की फॉर्म में. SIP का मतलब Systematic Investment Plan होता है, यानि की अपनी कमाई के हिसाब से किसी तय समय में कोई तय अमाउंट इन्वेस्ट करना।
फंड के कितने प्रकारों से हम लाभ उठा सकते हैं ?
म्यूचुअल फण्ड खासतौर से 3 प्रकार के होते है:
इक्विटी म्यूचुअल फंड
इसमें निवेश करना शेयर बाजार की तरह होता है, मार्किट की स्थिति के हिसाब से return मिलते हैं और ज़्यादा लाभ लेने के लिए रिस्क लेना पड़ता है. इस तरह की फण्ड में 2 तरह से निवेश कर सकते हैं; कैपिटल ग्रोथ और डिविडेंड स्कीम. लम्बे समय के लिए इन्वेस्ट करना चाहते हैं तो यह एक बेहतर विकल्प होगा।
डेट म्यूचुअल फंड
इसमें निवेश करने का फायदा ये होता है कि, यह कम जोखिम भरा होता और यहाँ नियमित रूप से रकम मिलती रहती है। अब क्योंकि यहाँ फण्ड कम्पनीज़ अन्य कंपनियों के डिबेंचर, बॉन्ड्स और सरकारी सेक्युरिटी में इन्वेस्ट करती है तो बाजार की instability से आपके return पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता.
हाइब्रिड म्यूचुअल फंड
यह बैलेंस्ड स्कीम होती है यानि की इसमें आप इक्विटी और डेट दोनों फण्ड में एक साथ इन्वेस्ट कर सकते हैं. यही नहीं, यहां आप गोल्ड फण्ड में भी निवेश कर सकते हैं. इसमें रिटर्न और रिस्क डेट फंड से ज़्यादा पर इक्विटी फंड से कम होते हैं.