नई दिल्ली, सत्यकेतन समाचार। कोरोना के तेज़ी से बढ़ते ख़तरे को देखते हुए कई देशों में लॉकडाउन किया गया है। इसकी शुरुआत चीन से हुई। इसके बाद अमरीका, इटली, फ्रांस, आयरलैंड, भारत, ब्रिटेन, डेनमार्क, न्यूज़ीलैंड, पोलैंड और स्पेन में भी कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए इसी तरीके को अपनाया गया।
लेकिन लॉकडाउन पर विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक वरिष्ठ अधिकारी के बयान ने इस तरीके पर सवाल उठा दिए है। डब्ल्यूएचओ के एग्ज़िक्यूटिव डायरेक्टर माइक रायन ने कहा कि कोरोना वायरस को रोकने के लिए सिर्फ़ लॉकडाउन किया जाना ही कारगर तरीका नहीं है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने माइक रायन के हवाले से कहा, “लॉकडाउन के साथ-साथ सभी देशों को कोरोना वायरस की सही तरह से टेस्टिंग भी करनी होगी।
क्योंकि अगर ऐसा नहीं होता है और जब लॉकडाउन ख़त्म किया जाएगा तो कोरोना का संक्रमण बहुत तेज़ी से फैलने लगेगा। माइक ने अपना यह बयान अमरीका के संदर्भ में पूछे गए सवाल के जवाब में दिया। उन्होंने बताया कि सभी देशों की सामाजिक संरचना अलग-अलग है लेकिन सिर्फ लोगों को घरों में रखने से ही संक्रमण को रोक नहीं सकते।
- भारत में लॉकडाउन से कितना फायदा
लॉकडाउन करने का एक ही मक़सद होता है कि लोग एक-दूसरे के संपर्क में ना आएं। लेकिन भारत में इसे पूरी तरह से लागू कर पाना संभव नहीं है। हम देख चुके हैं कि जनता कर्फ्यू के दौरान भी लोग शाम के वक़्त रैलियां निकालते हुए सड़कों पर आ गए थे। बस उम्मीद की जा सकती है कि इस बार ये 21 दिन का किया गया है तो लोगों को बीमारी कितनी ख़तरनाक है इसका अंदाज़ा लग गया होगा।
भारत में लगातार कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए कई सवाल सरकार पर भी खड़े होते हैं।
सरकार ने भारत में लॉकडाउन का फैसला लेने में इतनी देरी क्यों की ?
जब कोरोना वायरस की जानकारी दिसम्बर में ही लग गई थी तभी कोई एक्शन क्यों नहीं लिया गया ?
दिसम्बर से ही क्यों नहीं भारत में आवाजाही पर रोक लगाई गई ?
भारत में 21 दिन बंद का ऐलान मध्यप्रदेश सरकार बनने के बाद ही क्यों लिया गया ?
जब अन्य देशों से भारतीय लोगों को लाया गया तभी उन सभी लोगों को किसी एक स्थान पर आईसोलेशन पर क्यों नहीं रखा गया ?
बाहर से आने वाले देशों के लोगों को क्यों अपने-अपने घर जाने दिया जाएगा ?
अभी तक देखा गया है कि भारत में कोरोना वायरस के केस बाहर से आए हुए लोगों के चलते ही देश में फैल रहा है। यह एक सोचने वाली बात है कि जब भारत सरकार को पहले ही पता चल गया था उसके बाद भी इतनी देरी क्यों कि गई। सरकार बाहर से आए हुए लोगों पर पहले ही लगाम लगा देती तो शायद देश में आज परिणाम कुछ ओर ही देखने को मिलते।
New Delhi, Satyaketan News. The lockdown has been done in many countries in view of Corona’s rapidly increasing risk. It started in China. Subsequently, the same methods were adopted in the United States, Italy, France, Ireland, India, Britain, Denmark, New Zealand, Poland and Spain to prevent infection of the corona virus.
But a senior World Health Organization official’s statement on the lockdown has raised questions over this method. WHO executive director Mike Ryan said that lockdown is not the only effective way to stop the corona virus. News agency Reuters quoted Mike Ryan as saying, “Along with the lockdown, all countries must properly test the corona virus.
Because if this does not happen and when the lockdown is over, the corona infection will start spreading very quickly. Mike gave this statement in response to a question asked in the context of America. He said that the social structure of all countries is different, but keeping people at home can not prevent infection.
How much benefit from lockdown in India
The only objective of lockdown is that people do not come in contact with each other. But it is not possible to implement it fully in India. We have seen that during the Janata curfew, people came out on the streets taking out rallies in the evening. One can only hope that this time it has been done for 21 days, then people must have realized how dangerous the disease is.
In view of the increasing number of corona infections in India, many questions also arise on the government.
Why did the government take so long to decide the lockdown in India?
When Corona virus information was known only in December, then why no action was taken?
Why is there no ban on movement in India since December?
Why was the 21-day shutdown announced in India only after the formation of Madhya Pradesh government?
When Indian people were brought from other countries, why were not all those people placed on Isolation at one place?
Why will people from outside countries be allowed to go to their respective homes?
Till now it has been seen that the corona virus cases in India are spreading due to people from outside. It is a matter of pondering why even after the Government of India had already come to know, there was such a delay. If the government had already put a check on the people coming from outside, then perhaps the results would have been seen elsewhere in the country.