
CBSE and College Exams, सत्यकेतन समाचार : लॉकडाउन के तीसरे चरण की घोषणा के साथ ही परीक्षा, परिणाम और दाखिले को लेकर छात्रों की चिंता बढ़ गई है। 12वीं के छात्र हो या स्नातक तृतीय वर्ष के छात्र, स्थिति स्पष्ट नहीं होने के कारण इनकी चिंता बढ़ गई है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड सहित अन्य बोर्ड और राजधानी के विश्वविद्यालयों के निर्देश का छात्रों को इंतजार है।
छात्रों के 12वीं के कई पेपर बाकी हैं। उनका कहना है कि कब परीक्षा होगी, कब परिणाम आएंगे और कब किसी विश्वविद्यालय में दाखिले के लिए आवेदन करेगे। बीए तृतीय वर्ष की पढ़ाई कर रहे छात्र मधुप का कहना है कि परीक्षा के लिए डीयू ने आवेदन फार्म भरवाया है, लेकिन अब तीसरे लॉकडाउन से परीक्षा में देरी होगी। लॉकडाउन और कोरोना के कारण मन में एक संशय भी है। पहले जिस उत्साह से पढ़ाई कर रहे थे, अब अनिश्चितता के कारण उस उत्साह से पढ़ाई नहीं हो पा रही है। हालांकि, किसी भी विषय में कोई दिक्कत हो रही है तो शिक्षक सहयोग कर रहे हैं।
डीयू छात्रसंघ ने छात्रों की मांग मानव संसाधन विकास मंत्रालय और दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति के समक्ष प्रस्तुत करने के लिए समिति का गठन किया है। समिति का नाम स्टूडेंट्स कमेटी फॉर रिकमेंडरेशन एंड एग्जामिनेशन है।
लॉकडाउन के तीसरे चरण की घोषणा के बाद एक डीयू अधिकारी ने बताया कि डीयू में दाखिला लेने वालों में बड़ी संख्या उन छात्रों की है, जो सीबीएसई बोर्ड से उत्तीर्ण होते हैं। दाखिले तक उनका 12वीं का परिणाम आना आवश्यक है।
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ऑनलाइन कक्षाओं में छात्राओं की उपस्थिति जांचेंगे
कोरोना वायरस से बचाव के लिए 22 मार्च से लॉकडाउन जारी है। इस बीच ऑनलाइन कक्षाओं के आयोजन के साथ ही स्कूलों में नया शैक्षणिक सत्र शुरू हो गया है। अप्रैल के पहले सप्ताह से सरकारी स्कूलों में ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित की जा रही हैं, लेकिन इन कक्षाओं में छात्रों की संख्या सीमित रहने के बाद निदेशालय ने उपस्थिति की निगरानी के निर्देश दिए हैं।
पीजीटी की तैनाती होगी
ऑनलाइन कक्षाओं में छात्रों की उपस्थिति जांचने के लिए दिल्ली सरकार के निदेशालय की तरफ से स्कूल प्रमुखों को निर्देशित किया गया है। शिक्षा निदेशालय ने स्कूल प्रमुखों को कहा है कि वे अपने स्कूलों के छात्रों की ऑनलाइन कक्षाओं में उपस्थिति की निगरानी और छात्रों के बीच ऑनलाइन कक्षाओं का उपयोग सुनिश्चित करने के लिए पोस्ट ग्रेजुएशन पीजीटी की तैनाती करें। इसके साथ ही ऑनलाइन कक्षाओं में उपस्थिति बढ़ाने की दिशा में लगातार प्रयास करें।
30 फीसदी छात्र शामिल हो रहे
ऑनलाइन कक्षाओं में छात्रों की उपस्थिति 25 से 30 फीसदी तक ही है। दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय के अधिकारियों ने इसे गंभीरता से लिया है, जिसके बाद छात्रों की हाजिरी की निगरानी के आदेश दिए गए हैं।
88 फीसदी ने कराया पंजीकरण
ऑनलाइन कक्षाओं के लिए 12वीं के 1.60 लाख में से 1.30 लाख छात्रों ने पंजीकरण कराया है, जो 88 फीसदी है। शिक्षा निदेशालय के एक अधिकारी के मुताबिक, ऑनलाइन कक्षाओं में छात्रों की सीमित संख्या चिंता करने की बात है।
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