नियामे: अफ्रीकी देश नाइजर में सेना army camp के एक कैंप पर गुरुवार को हथियारों से लैस हमलावरों ने हमला बोल दिया जिनमें दो दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो गई और 63 ‘आतंकवादी’ मारे गए। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल सुलेमानी गाजोबी ने टेलीविजन पर कहा कि यह हमला माली की सीमा से लगे काफी संवेदनशील क्षेत्र में हुआ। हमालवर वाहनों और मोटरसाइकिलों पर आए थे। यह हमला पश्चिमी तिलाबेरी के चिनेगोदार क्षेत्र में हुआ जो बुर्किना फासो की सीमा से भी लगा है।
प्रवक्ता ने बताया कि नाइजर वायु सेना army camp और सहयोगियों की मदद से जवाबी कार्रवाई की गई और हमलावरों को हमारी सीमा से बाहर निकालने में सफलता हासिल हुई। सहयोगी का मतलब अक्सर अमेरिकी ड्रोन या फिर फ्रांस के विमान या ड्रोन होते हैं। उन्होंने बताया कि ‘मित्र पक्ष’ में 25 लोगों की मौत हुई और छह घायल हुए। वहीं दुश्मन पक्ष से 63 आतंकवादी मारे गए।
इस हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी भी संगठन ने नहीं ली है। गौरतलब है कि बुर्किना फासो, माली और नाइजर में 2016 से लेकर अब तक आतंकी हमलों में 5 गुना की बढ़ोत्तरी हुई है। 2016 में इन जगहों पर आतंकी हमलों में 770 लोगों की मौत हुई थी, वहीं 2019 में यह संख्या बढ़कर 4,000 से भी ज्यादा हो गई। इन जगहों पर जिहादियों ने अब आर्मी कैंपों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। आपको बता दें कि माली, नाइजर और बुर्किना फासो दुनिया के सबसे अशांत देशों में गिने जाते हैं।