Washington: कोरोना वायरस (corona virus) महामारी से जंग लड़ रहा अमेरिका (USA) अब अपने सबसे मुश्किल समय में प्रवेश कर गया है। रविवार को अमेरिका में करीब 1500 लोगों की मौत हो गई जो अपने आप में रेकॉर्ड है। इससे अमेरिका में मृतकों की संख्या 9100 पहुंच गई है। अमेरिका के सर्जन जनरल से चेतावनी दी है कि यह अमेरिका के लिए पर्ल हार्बर हमले की तरह से हो सकता है और देश में अशांति भड़क सकती है।
अमेरिका के सर्जन जनरल जेरोम एडम ने रविवार को कहा, ‘ज्यादातर अमेरिकी लोगों के लिए यह सप्ताह सबसे कठिन और सबसे दुखद सप्ताह होने जा रहा है। यह हमारे लिए पर्ल हार्बर, 9/11 मूवमेंट होने जा रहा है। हालांकि यह केवल स्थानीय स्तर पर नहीं होगा।’ इस चेतावनी के बाद माना जा रहा है कि न्यूयॉर्क और मिशिगन में चल रहा कोरोना संकट अन्य राज्यों में बढ़ सकता है।
कोरोना को पर्ल हार्बर और 9/11 जैसा बताया
एडम्स ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में कहा कि यह हमारा पर्ल हार्बर होगा, यह 9/11 जैसा होगा बस फर्क इतना होगा कि यह स्थानीय नहीं होगा। उन्होंने कहा कि यह पूरे देश में होगा और मैं चाहता हूं कि अमेरिका इसे समझे। अधिकतर लोगों में वायरस से हल्के या मध्यम श्रेणी के लक्षण सामने आते हैं जैसे बुखार और खांसी जो दो-तीन हफ्ते में ठीक हो जाती है। कुछ के लिए खासतौर पर बुजुर्ग और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना कर रहे लोगों में वायरस से निमोनिया जैसी गंभीर बीमारी हो सकती है और यहां तक मौत होने की आशंका है।
लोगों को लॉकडाउन में साथ देने को कहा
अमेरिका में कुछ राज्यों ने लोगों को घर में ही रहने का आदेश देने से इनकार कर दिया है। एडम्स ने कहा कि 90 फीसदी नागरिक अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। उन राज्यों या क्षेत्रों में भी जहां कम लोग रहते हैं। उन्होंने कहा कि लेकिन अगर आप 30 दिन नहीं देंगे, आम हमें समय दीजिए, एक हफ्ते का समय दीजिए, उतना दीजिए जितना दे सकते हैं ताकि इस हफ्ते हमारी स्वास्थ्य व्यवस्थाएं नहीं चरमरा जाएं।