Novel Corona Virus (n-Cov) की रोकथाम के संबंध में दिशा निर्देश

Novel Corona Virus (n-Cov) की रोकथाम के संबंध में दिशा निर्देश

Corona Virus

भिण्ड। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अजीत मिश्रा द्वारा जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थाओ एवं सभी चिकित्सकों तथा स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना वायरस की रोकथाम एवं नियंत्रण के संबध में अर्लट जारी किया गया है। साथ ही इस विषय पर जागरूक रहनें तथा Acute respiratory infection/ Influenza like IIIness (ARI/ILI) के मरीजों की जानकारी रखने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश भी जारी कर दिये गये है। डॉ अजीत मिश्रा ने बताया कि हाल ही में चीन के हुबई राज्य के वुहान शहर में एक नये प्रकार का कोरोना वायरस (Novel corona virus 2019-ncov) से निमोनिया के प्रकरण पाये गये है। कोरोना वायरस फैमिली के वायरस से सामान्य सर्दी-खांसी , MERS व SARS जैसी गंभीर बीमारियां होती है। इसमें इसमें मनुष्य से मनुष्य में संक्रमण फैलने की संभावना होती है।

12 जनवरी 2020 तक चीन द्वारा विश्व स्वास्थ्य संगठन को 41 कन्फर्म प्रकरण की जानकारी दी गई है। इसके अलावा थाइलेंड, साउस कोरिया, जापान व संयुक्त राष्ट्र अमेरिका में भी चीन से आये यात्रियों में इस वायरस की पुष्टि हुई है। सभी अन्तराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर चीन व इस वायरस को रिपोर्ट करने वाले अन्य देशों से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा रही है।

केस डेफिनेशन (परिभाषा)

(A) गंभीर श्वसन संक्रमण Severe Acute respiratory infection (SARI) से पीड़ित भर्ती मरीज जिसे खांसी व बुखार की तकलीफ रही है तथा जिसका कारण स्पष्ट न हो रहा हो।

लक्षण- तेज बुखार, खॉंसी, गले में खरास, सॉंस फूलना लक्षण प्रकट होने के पहले 14 दिन के भीतर चीन के हुबई राज्य के बुहान शहर की यात्रा की हो। कोई स्वास्थ्य कर्मी जो गंभीर श्वसन संक्रमण Severe Acute respiratory infection(SARI) के मरीज के संपर्क में आया हो चाहे उसकी ट्रेवल हिस्ट्री न हो। मरीज जिसमें असामान्य तथा असंभावित लक्षण प्रकट हो रहे हो व सभी संभव इलाज के पश्चात् भी हालत में सुधार न हो रहा हो व कारण स्पष्ट न हो पा रहा हो तथा जिसकी ट्रेवल हिस्ट्री भी न हो, (B) वह व्यक्ति जिसमें गंभीर श्वसन संक्रमण Severe Acute respiratory infection (SARI) तथा लक्षण प्रकट होने में 14 दिन के भीतर वह-किसी दब्वअ में कम्फर्म केस के सम्पर्क में आया हो। किसी दब्वअ के प्रकरण को रिपोर्ट करने वाले अस्पताल गया हो। किसी दब्वअ रिपोर्ट करने वाले देश से आये हुये जानवर के सीधे सम्पर्क में आया हो। Novel Corona Virus (nCov) की जांच (थोट स्वाब) हेतु व्यवस्था छप्ट च्नदम में की गई है।

Novel Corona Virus ;nCov) नियंत्रण व रोकने के उपाय:-

जल्दी रोग की पहचान व संक्रमण के स्त्रोत का नियंत्रण-स्वास्थ्यकर्मी रोग की जानकारी रखे जिससे संभावित मरीज की जल्दी पहचान हो सके। जांच के लिए प्रश्नावली तैयार करें। रोग के लक्षणों व रोकने के उपाय का प्रचार-प्रसार करें। खांसते छींकते समय मुंह या रूमाल कपड़ा आदि लगायें या कोहनी से नांक मुंह को ढकें। संभावित दब्वअ मरीजों को अन्य मरीजों से अलग आईसोलेशन वार्ड में रखें। संभावित दब्वअ के मरीज को मास्क पहनने की सलाह दें। मरीज के सम्पर्क में आने से पहले व बाद में हाथ धोंवे।

संभावित दब्वअ के मरीज बरती जाने वाली सावधानियां:-

उपरोक्त सामान्य सावधानियों के साथ-साथ संभावित मरीज में परिवार के सदस्यों, मिलने-जुलने वाले लोगों तथा देखभाल करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को मास्क पहने व बार-बार हाथ धोवें। मरीज को अलग एक स्वच्छ हवादार आइसोलेट कमरे में रखें, यदि यह संभव न हो तो सभी संभावित एक ही प्रकार के लक्षणों वाले मरीजों को एक ही कमरे में रखें। दो मरीजों में पलंग के बीच की दूरी का अंतर कम से कम एक मीटर होंना चाहिए। जहां तक संभव हो स्वास्थ्य कर्मियों को एक पृथक से समूह बनाकर उन्हीं से संभावित मरीजों की देखभाल करायें। साफ लम्बे बॉंह वाले गीले न होने वाले गाउन व दस्ताने का इस्तेमाल करें।

एक बार उपयोग में आने वाले डिस्पोजिबल उपकरणों का प्रयोग करें। जहां यह संभव हो (जैसे स्टेथोस्कोप, ब्लड प्रेशर नांपने की मशीन, थर्मामीटर) एक ही या मरीजों के लिए उपयोग को या मजीलस alcohol से साफ कर दूसरे मरीज के लिए उपयोग करें। हाथ हो आंख, नाक व मुंह में न लगायें। मरीज को अनावश्यक घूंमने फिरने न दें। पोर्टेबल एक्सरे मशीन आदि प्रयोग करें। मरीज को ले जाने वाले स्वास्थ्य कर्मी पी.पी.ई. किट का इस्तेमाल करें। संभावित मरीज के आने वाले एरिया को नोटिफाई का व इसमें आने वाले लोग सावधानी बरतें। मरीज के सम्पर्क में आने वाली जगह को नियमित रूप से साफ करें। कम से कम स्वास्थ्य कर्मी व परिवार वालों को मरीज के कमरे में आने दें। कमरे में आने सभी कर्मचारियों व परिवार वालों का रिकार्ड सूची बद्ध करें। मरीज के सम्पर्क में आने वाले स्वास्थ्य कर्मी व परिवार वालों की टेªनिंग व स्वास्थ्य शिक्षा दी जावे।

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