championship: बच्चो के लिए अन्तराष्ट्रीय चैंपियनशिप कौन कौन सी है?

championship: बच्चो के लिए अन्तराष्ट्रीय चैंपियनशिप कौन कौन सी है?

  • अंतरराष्ट्रीय कराटे चैंपियनशिप के लिए बच्चे रवाना

Championship: कुजू | अंतरराष्ट्रीय कराटे चैंपियनशिप के लिए करमा उच्च विद्यालय के 6 बच्चों का चयन हुआ है। इस दौरान विद्यालय के प्रधानाध्यापक शंकर कुमार गुप्ता तथा रतवे मुखिया रामेश्वर महतो की मौजूदगी में शनिवार को उक्त सभी बच्चें चैंपियनशिप के लिए उदयपुर राजस्थान रवाना हुए। चयनित सभी बच्चे खेल शिक्षक एएच आदिल के नेतृत्व में दो दिवसीय कराटे चैंपियनशिप में हिस्सा लेंगे।

  • ट्राइसिटी ताइक्वांडो चैंपियनशिप में स्लम बच्चों ने जीते 39 मेडल

पहले चंडीगढ़ फिर दिल्ली राष्ट्रीय चैंपियनशिप में धमाल मचाने के बाद अब पंचकूला स्लम एरिया के बच्चों ने ट्राइसिटी ताइक्वांडो मार्शल आर्ट चैंपियनशिप में भी अपना दम दिखाया है। रविवार को चंडीगढ़ सेक्टर-10 में आयोजित प्रतियोगिता में ट्राइसिटी के करीब 700 खिलाड़ियों को पछाड़ते हुए इन बच्चों ने 13 गोल्ड सहित 39 मेडल अपने नाम कर लिए।
इस प्रदर्शन की बदौलत उन्होंने ओवरऑल ट्रॉफी पर भी कब्जा जमाया। अमिता मारवाह ने कहा कि बच्चों के लिए अगला पड़ाव नॉर्थ जोन की प्रतियोगिताएं है। उन्हें उम्मीद है कि वह और उम्दा प्रदर्शन करेंगे।

चैंपियनशिप में इनका रहा जलवा सब जूनियर वर्ग अंडर-14 में उम्दा प्रदर्शन करते हुए अर्जुन, अंशु, शिवानी, यासमीन, ओमप्रकाश, खुशबू और आशीष ने गोल्ड मेडल जीते। वहीं जूनियर वर्ग अंडर-17 में अजय, सुषमा, मोनी और किरण ने, सीनियर वर्ग में मिंटू ने गोल्ड पर कब्जा जमाया। वहीं एक फाउल की वजह से गोल्ड से चूके करण को सिल्वर मेडल मिला।

  • बच्चियों के लिए प्रेरणा बनी अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग विजेता खुशी

मन में दृढ़ इच्छा, लगन और संकल्प हो तो बिना पंख के भी हौंसलों के दम पर आसमां की ऊचाइयों को छुआ जा सकता है। ऐसी ही दृढ़ इच्छाशक्ति लिये मानगढ़ धरहरा निवासी सिपाही श्रीकांत यादव की पुत्री खुशी राज (10) है, जो लड़कियों पर हो रहे अत्याचार का मुकाबला करने तथा स्वंय को आत्मरक्षा की कला को आत्मसात करने की शपथ ली है।

खुशी देश की बच्चियों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बनी है। खुशी ने बॉक्सिंग में न सिर्फ अपना परिवार, जिला, राज्य, बल्कि देश का नाम विश्व में रौशन किया है। जनवरी 2017 में जयपुर (राजस्थान) के चोगांव स्टेडियम में आयोजित तीन दिवसीय इंटरनेशनल ट्रैडिश्नल गेम्स 2017 में पाकिस्तान के खिलाड़ी को हराकर भारत के लिए स्वर्ण पदक प्राप्त कर चुकी है। अब 2020 में टोक्यो में होने वाले ओलंपियाड में बॉक्सिंग प्रतियोगिता में अपना जलवा दिखाने को बेताब है। खुशी ने कहा कि बेटियां किसी भी सूरत में बेटे से कम नहीं होती हैं। इसलिए बेटी को बढ़ावा मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बेटी एक पौधा के समान है।

  • 12 साल से कम उम्र के बच्‍चों की एशियाई टेनिस चैम्पियनशिप में भारत ने जीता स्‍वर्ण

  1. कज़ाकिस्‍तान में आयोजित अंडर-ट्वेल्‍व एशियन टेनिस टीम चैंपियनशिप में भारत ने स्‍वर्ण पदक जीत लिया है। भारत ने चीनी ताइपे को 2-1 से हराकर खिताब अपने नाम कर लिया। फाइनल में तीन मैचों की श्रृंखला खेली गई। इनमें से भारत ने दोनों सिंग्‍लस मैच जीत लिए और डबल्‍स मुकाबले में हार गये। 
    टीम में मानस धम्‍मे, अर्नव पपराकर और तमिलनाडु के प्रणव रे‍थिन शामिल थे।
  2. मानस और रेथिन दोनों ने अपने सिंगल्‍स मैच जीत लिए बल्कि मानस और अर्नव अपने डबल्‍स मुकाबले में हार गये।
  3. पूरे टूर्नामेंट में 12 साल के मानस एक भी मैच नहीं हारे।

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