फ्रांसीसी वैज्ञानिक का दावा – इंसानों ने बनाया कोरोना वायरस!

फ्रांसीसी वैज्ञानिक का दावा – इंसानों ने बनाया कोरोना वायरस!

फ्रांसीसी वैज्ञानिक का दावा - इंसानों ने बनाया कोरोना वायरस!
फ्रांसीसी वैज्ञानिक का दावा – इंसानों ने बनाया कोरोना वायरस!

फ्रांसीसी वैज्ञानिक का दावा, सत्यकेतन समाचार : दुनिया में कोरोना महामारी का कहर जारी है. अमेरिका इस महामारी को फैलाने का दोषी चीन को मानता है वही चीन भी अपने तर्क देता है. कौन सही है कौन गलत ये तय कर पाना मुश्किल है. लेकिन कोरोना के राज़ जाना जरूरी है. सवाल सीधा है की ये वायरस इंसानो में आया कैसे ? चमगादड़ से या चीन की वुहान लैब से?

फ्रांस के नोबेल पुरस्कार विजेता ल्यूक मॉन्टैग्नियर हैरान कर देने वाला दावा किया. उन्होंने अपना लॉजिक बहोत स्पष्टता से बताया है बता दे ये उन की अपनी राय है. अगर इन वैज्ञानिको की बाते सुना एहम हैं. ल्यूक मॉन्टैग्नियर वैज्ञानिक का मानना है कि दरअसल कोविड-19 के जीनोम में एचआईवी के एलीमेंट मिले हैं और साथ ही उसमें मलेरिया के कुछ एलीमेंट भी मिले हैं. जिससे ये साबित होता है कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति किसी लैब में की गई है और ये इंसानों का बनाया हुआ वायरस है.

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फ्रांसीसी वैज्ञानिक लूक मांटैग्नियर फ्रांस के सीन्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में बताया कि एड्स बीमारी को फैलाने वाले एचआइवी वायरस की वैक्सीन बनाने की कोशिश में ये बेहद संक्रामक और घातक वायरस तैयार किया गया है. इसीलिए नोवल कोरोना वायरस की जीनोम में एचआइवी के तत्वों और यहां तक कि मलेरिया के भी कुछ तत्व होने की आशंका है. SARS-CoV-2 एक हेरफेर किया हुआ वायरस है, जो गलती से वुहान की लैब से जारी किया गया.

बताया जाता है कि सेंट्रल चीन के हुबेई में वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी ने 1500 से ज्यादा वायरस स्ट्रेन्स को जमा कर रखा है. साल 2018 में अमेरिकी राजनयिकों ने भी ये अंदेशा जताया था कि वुहान लैब में चमगादड़ में मिलने वाले वायरस पर काम चल रहा है. इससे नई तरह की सार्स जैसी महामारी फैलने का खतरा है. हालांकि तब चीन सरकार और वुहान लैब ने अपने ऊपर लगाए तमाम आरोपों को बेबुनियाद बताया था. लेकिन अब उसे ही बुनियाद मानकर अमेरिका सच खंगालने की कोशिश कर रहा है.

हालांकि चीन ने लैब में नोवल कोरोना वायरस बनाए जाने के तमाम आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि वुहान इंस्ट्टटीयूट ऑफ वायरोलॉजी की पी4 लैब में घातक वायरस पर रिसर्च जरूर होती है. लेकिन ये कोरी अफवाह है कि कोविड-19 का जन्म इसी लैब में हुआ है. चीन के मुताबिक वुहान लैब में काम करने के कायदे-कानून बेहद सख्त हैं और यहां से वायरस का बाहर आना तकरीबन नामुमकिन है.

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