वर्किंग जर्नलिस्ट ऑफ इंडिया ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पत्रकारों के साथ की चर्चा

वर्किंग जर्नलिस्ट ऑफ इंडिया ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पत्रकारों के साथ की चर्चा

Working Journalist of India discusses with journalists through video conferencing

नई दिल्ली, सत्यकेतन समाचार। देश के सबसे बड़े पत्रकारों के संगठन वर्किंग जर्नलिस्ट ऑफ इंडिया ने तीसरा ऐतिहासिक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा बैठक की. अपने राष्ट्रीय एवं प्रदेश के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ कई सारी बड़ी घोषणाएं की गई. बैठक की अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष अनूप चौधरी और संचालन राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजय उपाध्याय ने की. इस बैठक में राष्ट्रीय महासचिव नरेन्द्र भंडारी ने सभी पत्रकारों की समस्याएं सुनी और उनके समाधान के लिए सुझाव दिया.

इस बैठक में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अरविंद शर्मा, पंजाब से हरप्रीत, उत्तराखंड के महासचिव सुनील गुप्ता, दिल्ली से वरिष्ठ पत्रकार अतुल सचदेव, ओमपाल, प्रमोद गोस्वामी, प्रीति ठाकुर, डिंपल राणा, पवन जुनेजा, बिहार से सूरज पांडेय, सरोज आचार्य, शिवेश्वर, राजस्थान से देशबंधु जोशी पश्चिम बंगाल से राजेश अन्य कई वरिष्ठ जॉर्नलिस्ट उपस्थित रहे. कोरोना जैसे महामारी के साथ लड़ रहे कोरोना फाइटर्स जॉर्नलिस्ट बंधुओं को याद किया गया और विभिन्न राज्यों की समस्याओं को सुना गया. राष्ट्रीय अध्यक्ष अनूप चौधरी ने पत्रकारों को प्रशासन के साथ सहयोग और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने को कहा.

  •  इस मौके पर इन विषयों पर चर्चा की गई

1) लघु एवं माध्यम श्रेणी के पत्र एवं पत्रिकाएं है, उन्हें वर्ष 2016 की केंद्र सरकार की नीति के अनुसार विज्ञापन दिए जाएं. राज्य सरकारें भी छोटे व मध्यम समाचार पत्रों को ज्यादा से ज्यादा विज्ञापन दे. समाचार पत्रों की जो प्रतियां डी.ए.वी.पी व राज्यों में जमा कराई जाती हैं, उन्हें तीन महीनों की छूट दी जाए.

2) पत्रकारों पर हो रही बदसलूकी और अन्य घटनाओं को तुरंत रोका जाए.

3) देशभर के पत्रकारों की समस्याओं को सरकार तक पहुचने के लिए हमारी यूनियन की तरफ से “कोरोना वॉर रूम की स्थापना की जाएगी, जिसके माध्यम से पत्रकार साथी अपनी समस्या को भेज सकते है.

4) ऑन लाइन मीडिया के पत्रकारों को पास जारी कर उनको सुरक्षा एवं सुविधा उपलब्ध कराया जाए.

5) महिला पत्रकार जो होस्टल में या किराया के मकान या पेइंग गेस्ट में रहती हैं, उनके तीन महीने के किराया माफ किया जाए.

6) पत्रकारों को राशनिंग व्यस्था से जोड़ने के लिए, यूनियन केंद्रीय खाद्य मंत्री को पत्र भेजेगी.

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