Corona Virus Live Update: 24 अप्रैल से रमजान का पवित्र महीना शुरू होने जा रहा है. वहीं इसके बीच सोशल मीडिया पर तमाम ख़बरें चल रही हैं. सोशल मीडिया पर एक संदेश बहुत तेजी से वायरल हो रहा है. कि इस बार रमजान के महीने में रोजा रखने से कोरोना वायरस का खतरा बढ़ सकता है.
कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में कोरोना वायरस ने कहर मचाया हुआ है. दुनियाभर के कई देशों में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन घोषित किया हुआ है. आपको बतातें हैं कि क्या रोजा रखने से कोरोना वायरस का खतरा बढ़ता है या नहीं, क्या सिर्फ अफवाह उडाई जा रही है.
यूनिवर्सिटी ऑफ मेरीलैंड के चीफ ऑफ इन्फेक्शियस डिज़ीज़ फहीम यूनिस ने ट्वीट कर कहा कि यह सिर्फ एक अफवाह है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ‘अफवाहः फास्टिंग से कोविड-19 का खतरा बढ़ता है और इसलिए 2020 में फास्टिंग नहीं की जानी चाहिए. सचः कोविड आपके रेसिपिरेटरी सिस्टम तक जाता है और इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपका पेट भरा है या खाली है, फास्ट से इसके असर में कोई फर्क नहीं पड़ेगा. अगर आप पहले से किसी और बीमारी से जूझ रहे हैं तो फास्ट ना रखें.
Ramadan Myths 1:
Fasting increases the risk of catching or dying of COVID. So let’s not fast in 2020
Truth:
COVID goes to the respiratory system regardless of how full or empty the stomach is; fasting won’t change its infectivityIf already sick (with anything) don’t fast.
— Faheem Younus, MD (@FaheemYounus) April 21, 2020
फहीम यूनिस ने एक और ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि ‘अफवाह-2: फास्ट रखने से इम्युनिटी कम होती है और कोविड का खतरा बढ़ जाता है. सचः फास्टिंग से डीएनए रिपेयर होने की बात और इम्युनिटी बढ़ने की बात जुड़ी हुई है. इससे कैंसर और अलजाइमर जैसी बीमारी का खतरा कम होता है. कोविड को लेकर इसके असर की कोई जानकारी नहीं है.
Ramadan Myth 2:
Fasting ⬇️ immunity and will therefore ⬆️ the risk of dying if you caught COVIDTruth:
Fasting is associated with IMPROVEMENT in DNA repair, immune system and cognitive. It ⬇️ the risk of cancer and Alzheimer’s. No known COVID Impact.https://t.co/irZ4f3Kq8C— Faheem Younus, MD (@FaheemYounus) April 21, 2020
- केंद्रीयमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने घरों में रहकर इबादत की अपील
इस्लाम धर्म के अनुयायियों के लिए रमजान बेहद महत्वपूर्ण समय होता है. लेकिन कोरोना वायरस कहर से बचाने के लिए चल रहे लॉकडाउन के बीच केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी रोजा, इबादत का पालने करने वालों से महत्वपूर्ण अपील की है. उन्होंने ने देशवासियों को पवित्र महीना रमजान की मुबारकबाद देते हुए लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने की अपील की है. नकवी ने मंगलवार को लोगों से घरों में रहकर ही इबादत करने की अपील की.