- Cancer से पीड़ित Bollywood actors…
- मुमताज
स्टंट एक्ट्रेस से करियर शुरू कर 60-70 के दशक की टॉप एक्ट्रेस बनने वाली मुमताज को एक दौर में कैंसर से जूझना पड़ा था. ये सब हुआ फिल्मों में काम करना बंद कर देने के बाद. मुमताज को ब्रेस्ट कैंसर था. उन्होंने ये लड़ाई लड़ी और जीतीं. अपने एक इंटरव्यू में मुमताज बताती हैं कि कैंसर उनके पर्सनल लाइफ की समस्याओं की देन है. शादी के कुछ ही समय बाद उनके बिजनसमैन पति मयूर माधवानी का किसी और के साथ अफेयर था. इसका बदला लेने के लिए मुमताज भी किसी के साथ रिलेशनशिप में आ गईं. मुमताज का मानना है कि जब ये सब हो रहा था, तब वो बहुत दुखी थीं लेकिन मजबूर थीं. इसी मेंटल टॉर्चर की देन था उनका कैंसर. लेकिन अब उनका परिवार और स्वास्थ दोनों ही ठीक हैं.
- नर्गिस
जिनकी फिल्म ‘मदर इंडिया’ को ऑस्कर के लिए नॉमिनेट किया गया था. जिन्हें भारत का पहला बेस्ट एक्ट्रेस का नेशनल अवॉर्ड मिला, उन नर्गिस की मौत की वजह पैनक्रिएटिक कैंसर था. इसके इलाज के लिए उन्हें न्यू यॉर्क ले जाया गया. वहां वो पहले से बेहतर हो गईं थी लेकिन भारत आने के उनकी तबियत फिर बिगड़ी. कुछ ही समय बाद 3 मई, 1981 को मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में उनकी मौत हो गई. 50 से ज़्यादा फिल्मों में काम कर चुकी नर्गिस की मौत उनके इकलौते बेटे संजय दत्त की पहली फिल्म ‘रॉकी’ की रिलीज़ से तीन दिन पहले हुई थी. वो सिर्फ 51 साल की थीं.
- लीज़ा रे
बॉलीवुड एक्ट्रेस लीज़ा रे भी कैंसर का शिकार हो चुकी हैं. साल 1994 में अपना फिल्मी करियर शुरू करने वाली लीज़ा कनाडाई फिल्मों के अलावा भारत की कई भाषाओं की फिल्मों में काम कर चुकी हैं. उन्हें ‘कसूर’, ‘वीरप्पन’ और ‘इश्क फॉरेवर’ जैसी फिल्मों के लिए जाना जाता है. 23 जून, 2009 को लीज़ा ने बताया कि उन्हें मल्टिपल मायलोमा (ब्लड सेल कैंसर) है. ये एक रेयर और लाइलाज बीमारी है. अप्रैल 2010 में लीज़ा ने स्टेम सेल ट्रांसप्लांटेशन के बाद खुद के कैंसर ठीक होने की जानकारी दी थी. लेकिन लीज़ा की बीमारी अब भी पूरी तरह से ठीक नहीं है.
- अनुराग बासु
‘लाइफ इन अ मेट्रो’, ‘गैंगस्टर’, ‘मर्डर’ और ‘बर्फी’ जैसी फिल्में डायरेक्ट कर चुके फिल्ममेकर अनुराग बासु भी कैंसर पेशेंट रह चुके हैं. अनुराग को ल्यूकेमिया था. ये एक तरह का ब्लड कैंसर होता है. 2004 में जब अनुराग फिल्म ‘तुमसा नहीं देखा’ डायरेक्ट कर रहे थे, तब उन्हें इसका पता चला था. डॉक्टरों का कहना था कि उनके बचने के चांसेज़ 50 परसेंट हैं. अनुराग हार नहीं माने. वो लड़ते रहे. और एक दिन जीत गए. उनका कैंसर ठीक हो गया. अपने इलाज के दौरान उन्होंने ‘लाइफ इन अ मेट्रो’ और ‘गैंगस्टर’ की स्क्रिप्ट लिखी थी.
- मनीषा कोइराला
संजय दत्त की बायोपिक ‘संजू’ में मनीषा ने नर्गिस का रोल का रोल किया था. ये एक अजीब इत्तेफाक़ रहा कि नर्गिस की ही तरह मनीषा भी कैंसर पेशेंट रह चुकी हैं. ‘खामोशी’, ‘दिल से’ ‘बॉम्बे’ और ‘मन’ जैसी फिल्मों के लिए जानी जाने वाली मनीषा को नवंबर, 2012 में ओवेरियन कैंसर हो गया था. उन्हें इस बीमारी की भनक तक नहीं थी. जब उन्हें बहुत कमजोरी लगने लगी तो वो काठमांडू के एक हॉस्पिटल गईं, वहां भी उन्हें पता नहीं चला कि उन्हें क्या हुआ है. इसके बाद वो इलाज के लिए मुंबई और फिर न्यू यॉर्क गईं. दिसंबर, 2012 में उनकी सर्जरी हुई, जो सफल रही. इसके बाद कीमोथेरेपी सेशन और कुछ सर्जरीज़ के बाद वो ठीक हो गईं. 2013 में वो पूरी तरह से कैंसर मुक्त हो गईं. इसके बाद से वो लगातार फिल्मों में काम कर रही हैं. ‘संजू’ से ठीक पहले वो नेटफ्लिक्स ओरिजनल फिल्म ‘लस्ट स्टोरीज़’ में दिखाई दी थीं.
- आदेश श्रीवास्तव
तकरीबन 100 से भी ज़्यादा फिल्मों में म्यूज़िक दे चुके म्यूज़िक डायरेक्टर, कंपोज़र और सिंगर आदेश श्रीवास्तव को भी कैंसर था. ‘आंखें’, ‘बागबान’, ‘राजनीति’ और ‘कभी खुशी कभी ग़म’ जैसी फिल्मों के लिए म्यूज़िक कंपोज़ कर चुके आदेश को साल 2010 में कैंसर डिटेक्ट हुआ. उन्हें भी मल्टिपल मायलोमा जैसा लाइलाज कैंसर था. 2010 में उनकी कीमोथेरेपी वगैरह के बाद चीज़ें ठीक हो गईं थीं लेकिन उन्हें लगातार दिक्कत होती रहती थी. अगस्त 2015 में ये बीमारी एक बार फिर बढ़ गई और उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती करवाना पड़ा. एक महीने तक हॉस्पिटल में रहने के बाद अपने जन्मदिन के अगले दिन यानी 5 सितंबर, 2015 को उनकी डेथ हो गई.
- विनोद खन्ना
बॉलीवुड के सबसे हैंडसम एक्टर्स में गिने जाने वाले विनोद खन्ना भी कैंसर के चंगुल में फंस गए थे. वो इससे कभी उबर नहीं पाए और आखिरकार इस बीमारी ने उन्हें लील ही लिया. ‘मुकद्दर का सिकंदर’, ‘चांदनी’, ‘अमर अकबर एंथनी’ और ‘परवरिश’ जैसी फिल्मों में काम कर चुके विनोद खन्ना 2017 की शुरुआत से ही बीमार चल रहे थे. हालांकि उनके परिवार ने उनके स्वास्थ से जुड़ी कोई भी बात मीडिया से कभी शेयर नहीं की. 2 अप्रैल, 2017 को उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया. तकरीबन 25 दिन हॉस्पिटल में गुजारने के बाद 27 अप्रैल की सुबह डिहाईड्रेशन से उनकी मौत हो गई. जिसके बाद पता चला कि वो काफी समय से एडवांस्ड ब्लैडर कैंसर से जूझ रहे थे.