
नई दिल्ली, रितेशु सेन। बुधवार को उत्तराखंड में भाजपा के सांसद तीरथ सिंह रावत ने मुख्यमंत्री पद की शपत ग्रहण की. पिछले कई दिनों की राजनितिक उठा-पटक के बाद आखिरकार तीरथ सिंह रावत के नाम पर मुहर लग गई.
दरअसल, उत्तराखंड राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के इस्तीफा देने के बाद, तीरथ सिंह रावत को 9वें मुख्यमंत्री के रूप में स्वीकार किया गया है. इसके बाद बुधवार की ही शाम, 4 बजे राजभवन में राज्यपाल बेबी रानी मौर्य की देख-रेख में शपत ग्रहण और विभागों के विभाजन जैसे कार्यक्रम हुए.
ख़बरों की माने तो, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ही तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री बनाने का सुझाव दिया था जिस पर सभी नेताओं ने अपनी सहमति जताई।
तीरथ सिंह रावत के उत्तर प्रदेश विधायक बनने से अब तक का सफर
उत्तराखंड राज्य के वर्तमान मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का जन्म उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में स्थित सिरों गाँव में हुआ था. वह सन् 1997 में उत्तर प्रदेश के विधायक रहे, उस वक़्त उत्तराखंड भी उत्तर प्रदेश का ही हिस्सा हुआ करता था.
इसके बाद, वर्ष 2000 में तीरथ उत्तराखंड के पहले शिक्षा मंत्री चुने गए, फिर साल 2007 में ये वहीँ के स्टेट जनरल मिनिस्टर रहे. वर्ष 2019 में रावत हिमाचल प्रदेश के लोकसभा चुनाव के इंचार्ज रहे थे।
इसके अलावा, इनको 17वें लोकसभा चुनाव में भाजपा पार्टी से प्रदेश अध्यक्ष के पद के लिए भी चुना गया था. अभी की बात करें तो, तीरथ सिंह रावत राज्य के मुख्यमंत्री होने के साथ-साथ गढ़वाल लोकसभा से सांसद और भाजपा पार्टी के नेशनल सेक्रेटरी भी हैं.
क्या रही औरों की प्रतिक्रियाएं ?
टी.एस रावत के मुख्यमंत्री पद की शपत ग्रहण करने के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर बधाई दी. साथ ही प्रधानमंत्री ने तीरथ सिंह रावत के प्रशासनिक और संगठनात्मक अनुभवों पर विशवास जताते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में राज्य खूब तरक्की करेगा।
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री, रमन सिंह और उत्तर प्रदेश सरकार, योगी आदित्यनाथ ने भी अपने ट्विटर हैंडल के ज़रिए टी.एस रावत को सी.एम पद की शुभकामनाएं दी.
पिता के मुख्यमंत्री बनने पर बेटी, लोकांक्षा ने ख़ुशी ज़ाहिर करते हुए कहा कि, सी.एम की बेटी होने के नाते मै चाहती हूँ की पापा बेरोज़गारी को ख़त्म कर राज्य की स्थिति सुधारें।