
Varanasi: कोरोना वायरस के खतरे की वजह से हुए लॉकडाउन के दौरान देश में प्रदूषण में लगातार कमी आ रही है। हवा तो साफ हो ही रही है, साथ-साथ नदियों में भी साफ पानी बह रहा है। 24 तारीख को लॉकडाउन का ऐलान होने के बाद से गंगा नदी पहले के मुकाबले 40-50 फीसदी साफ नजर आ रही है।
लॉकडाउन की वजह से देश के ज्यादातर कल-कारखाने बंद हैं। इसलिए गंगा की स्थिति में इतना सुधार देखा जा रहा है। आईआईटी बीएचयू केमिकल इंजिनियरिंग और टेक्नोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. पीके मिश्रा कहते हैं, गंगा में होने वाले कुल प्रदूषण में उद्योगों की हिस्सदारी 10 फीसदी होती है। लॉकडाउन की वजह से उद्योग धंधे बंद हैं, इसलिए स्थिति बेहतर हुई है। हमें गंगा की स्थिति में 40-50 फीसदी सुधार दिख रहा है।
15-16 मार्च को हुई बारिश की वजह से गंगा नदी का जलस्तर भी बढ़ा है, इससे इसकी सफाई की क्षमता भी बढ़ी है। अगर 24 मार्च से पहले से अब के हालात की तुलना की जाए तो एक अच्छा सुधार दिख रहा है। गंगा के साफ होने से वाराणसी के स्थानीय लोग काफी खुश नजर आ रहे हैं। एक स्थानीय नागरिक ने खुशी जताते हुए कहा, पहले और अब के गंगाजल में काफ अंतर है। आज पानी साफ दिख रहा है। इसकी बड़ी वजह है फैक्ट्रियों का बंद होना। लोग घाटों पर नहीं नही रहे हैं। अगर 10 दिन में स्थिति में इतना सुधार है तो मुझे लगता है कि गंगा पहले के जैसी हो जाएगी।