Vikas Dubey encounter: कानपुर के बिकरू गांव में सीओ समेत 8 पुलिस वालों की हत्या करने वाला मुख्य आरोपी विकास दुबे को उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने शुक्रवार की सुबह एनकाउंटर में मार गिराया. एसटीएफ की टीम विकास दुबे को उज्जैन से सड़क मार्ग के जरिए कानपुर ले जा रही थी. लेकिन बीच रास्ते में सुबह 6:30 बजे काफिले की एक गाड़ी पलट गई. जिस जगह गाड़ी पलटी वह इलाका शहर से 17 किमी पहले सचेंडी थाना क्षेत्र में आता है.
यूपी STF ने बयान जारी कर बताया कि विकास दुबे की गाड़ी का एक्सीडेंट कैसे हुआ, और किस तरह से विकास दुबे का एनकाउंटर हुआ ?
यूपी STF की तरफ से जारी प्रेस नोट में कहा गया है कि विकास दुबे को सरकारी वाहन से उज्जैन से कानपुर लाया जा रहा था. इसी दौरान सचेंडी थाना के पास एनएच पर अचानक गाय-भैंस का एक झुंड आ गया, जिसे बचाने के लिए ड्राइवर ने गाड़ी मोड़ दी, लेकिन वह अनियंत्रित होकर पलट गई. इस दुर्घटना में पुलिसकर्मी घायल हो गए इंस्पेक्टर रमाकांत पचौरी, सब इंस्पेक्टर पंकज सिंह, अनूप सिंह और सिपाही सत्यवीर और प्रदीप को चोटें आईं और वे बेहोशी की हालत में पहुंच गए. इसी का फायदा उठाकर विकास दुबे एक पिस्टल छीनकर भागा.
Vikas Dubey Encounter: भागने की कोशिश में मारा गया ‘कातिल’ विकास दुबे, जानिए एनकाउंटर की पूरी कहानी
पीछे से दूसरे वाहन से आ रहे STF के डीएसपी तेजबहादुर सिंह पलटी गाड़ी के पास पहुंचे तो उन्हें उन्होंने फरार विकास दुबे का पीछा किया. लेकिन विकास दुबे पुलिस वालों पर पिस्टल से फायरिंग करने लगा. STF ने कहा कि हमने उसे जिंदा पकड़ने की भरपूर कोशिश की लेकिन आत्मरक्षा में चलाई गई गोली में वह मारा गया. विकास दुबे को तीन गोलियां छाती में और एक बांह में लगी. विकास दुबे द्वारा की गयी फायरिंग में STF के मुख्य आरक्षी शिवेन्द्र सिंह सेंगर साथ में आरक्षी विमल यादव घायल हो गए जिनका उपचार चल रहा है.