
सत्यकेतन समाचार, नई दिल्ली: आने वाले एक माह में तीन ग्रहण शुभ नहीं हैं। पांच जून से लेकर पांच जुलाई के बीच दो चंद्र और एक सूर्य ग्रहण शुभ नहीं माना जा रहा है। ज्योतिष विद्वानों का मत है जब भी एक माह में दो से अधिक ग्रहण होते हैं तो परिणाम शुभ नहीं होता है। ऐसे में खरमंडल की स्थिति में पूजा अनुष्ठान से ही प्रतिकूल स्थिति को मात दी जा सकती है।
ज्योतिष विद्वानों का कहना है कि एक माह में तीन ग्रहण से देश में कई तरह की समस्या हो सकती है। ग्रहण 5 जून से है। रात 11.15 बजे समाप्ति होगी। 6 जून को 2.34 बजे चंद्र ग्रहण जिसमे शुक्र वक्री और अस्त रहेगा। गुरु शनि वक्री जैसे तीन ग्रह वक्री रहेंगे, जिसके कारण प्रभाव भारत की अर्थव्यवस्था पर होगा। शेयर बाजार से जुड़े हुए लोग सावधान रहें। यह ग्रहण वृश्चिक राशि पर बुरा प्रभाव डालेगा। किसी ख्यातिप्राप्त व्यक्ति की रहस्यात्मक मौत भी हो सकती है। परिवार में वाद विवाद का सामना करना पड़ सकता है।

ज्योतिषियों की मानें तो यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए इस ग्रहण का भारत में प्रभाव नहीं पड़ेगा। आपको बता दें कि जून में दो ग्रहण पड़ रहे हैं। एक 5 जून को और दूसरा सूर्य ग्रहण 2 जून को होगा। 21 जून को पड़ने वाला सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई देगा और इसका प्रभाव भी भारत में पड़ेगा। इसके बाद जुलाई में फिर एक चंद्र ग्रहण पड़ेगा। 21 जून को पड़ने वाले सूर्य ग्रहण के समय 6 ग्रह वक्री होंगे। कई दशक बाद ऐसा संयोग बन रहा है जब एक साथ छह ग्रह सूर्य ग्रहण पर वक्री होंगे। ज्योतिष इसे बिल्कुल भी शुभ नहीं मान रहे हैं। ग्रहण काल का समय 21 जून को स्पर्श 10.30 मध्य 12.17 और मोक्ष 2.04 बजे दिन में है। सूर्य ग्रहण लगभग साढ़े तीन घंटे का होगा।
5 जून 2020 चंद्र ग्रहण
रात्रि को 11 बजकर 15 मिनट से 6 जून को 2 बजकर 34 मिनट तक
कहां दिखाई देगा: भारत, यूरोप, अफ्रीक, एशिया और ऑस्ट्रेलिया
21 जून 2020 सूर्य ग्रहण
21 जून की सुबह 9 बजकर 15 मिनट से दोपहर 15 बजकर 03 मिनट तक
भारत, दक्षिण पूर्व यूरोप और एशिया
5 जुलाई 2020 चंद्र ग्रहण
सुबह 08 बजकर 37 मिनट से 11 बजकर 22 मिनट तक
अमेरिका, दक्षिण पूर्व यूरोप और अफ्रीका