5 अप्रैल को भारत की आम जनता के साथ-साथ बॉलीवुड, टीवी और अन्य फिल्म इंडस्ट्री के सेलेब्रिटीज ने भी दीए, मोमबत्ती और टॉर्च जलाकर एकता का संदेश दिया था. हालांकि रामगोपाल वर्मा ने दीया जलाने की जगह सिगरेट जलाई और इसे लेकर एक ट्वीट भी किया.
अपनी फिल्मों के साथ ही अपने बयानों को लेकर भी चर्चा में रहने वाले डायरेक्टर रामगोपाल वर्मा एक बार फिर अनचाहे कारणों से सुर्खियों में हैं. दरअसल पीएम नरेंद्र मोदी ने देशभर के लोगों से गुजारिश की थी कि वे 5 अप्रैल को रात 9 बजे, 9 मिनट के लिए अपने घरों की बत्तियां बंद कर दें और एक साथ दीया जलाकर एकता का संदेश दें. उनके इस मिशन को भारत की आम जनता के साथ-साथ बॉलीवुड, टीवी और अन्य फिल्म इंडस्ट्री के सेलेब्रेटीज ने भी दीए, मोमबत्ती और टॉर्च जलाकर सपोर्ट किया था. हालांकि रामगोपाल वर्मा ने दीया जलाने की जगह सिगरेट जलाई और इसे लेकर एक ट्वीट भी किया.
रामगोपाल वर्मा ने अपनी एक तस्वीर पोस्ट की जिसमें वे सिगरेट जलाते हुए नजर आ रहे हैं. उन्होंने इस तस्वीर के कैप्शन में लिखा, रात 9 बजे. डिस्क्लेमर: कोरोना की चेतावनी को ना फॉलो करना सरकार की सिगरेट स्मोकिंग की चेतावनी को ना फॉलो करने से कहीं ज्यादा खतरनाक है. उनके इस ट्वीट पर लोगों के कई तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं.
9 PM Disclaimer : Not following Corona warnings is far more dangerous than not following government warnings on cigarette smoking pic.twitter.com/Few9fyXhOg
— Ram Gopal Varma (@RGVzoomin) April 5, 2020
रामगोपाल वर्मा ने अप्रैल फूल पर भी किया था विवादित ट्वीट
बता दें कि कुछ समय पहले भी रामगोपाल वर्मा ने ऐसा ही एक विवादित ट्वीट किया था. दरअसल, उन्होंने कोरोना पॉजिटिव होने की बात कहकर सभी को अप्रैल फूल बनाया था. उन्होंने पहले ट्वीट में लिखा था- मेरे डॉक्टर ने मुझे बताया कि मैं कोरोना पॉजिटिव हूं. फिर तभी उन्होंने दूसरा ट्वीट कर लिखा- सॉरी आप लोगों को निराश करने के लिए. लेकिन अब डॉक्टर ने मुझे कहा कि ये अप्रैल फूल जोक था. ये डॉक्टर की गलती है मेरी नहीं.
इसके बाद रामगोपाल वर्मा को लोगों ने जमकर ट्रोल किया. कोरोना का मजाक उड़ाने पर यूजर्स ने डायरेक्टर को खूब खरी खोटी सुनाई. तब उन्होंने ट्वीट में माफी मांगी और कहा था कि वे केवल माहौल को थोड़ा हल्का करना चाहते थे. हालांकि कई सोशल मीडिया यूजर्स का मानना था कि रामगोपाल वर्मा को कोरोना जैसे गंभीर और संवेदनशील मुद्दे को लेकर मजाक नहीं करना चाहिए.