सत्यकेतन समाचार : संविधान निर्माता बी. आर. आम्बेडकर को उनकी 63वीं पुण्यतिथि पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। भारतीय संविधान के प्रमुख निर्माताओं में से एक आम्बेडकर का जन्म दिल्ली में 1956 में हुआ था। मोदी ने आम्बेडकर की याद में एक वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया, सामाजिक न्याय के लिए अपना जीवन समर्पित कर देने वाले पूज्य बाबासाहेब को उनके महापरिनिर्वाण दिवस पर कोटि-कोटि नमन।
उन्होंने लिखा, उन्होंने संविधान के रूप में देश को अद्वितीय सौगात दी, जो हमारे लोकतंत्र का आधारस्तंभ है। कृतज्ञ राष्ट्र सदैव उनका ऋणी रहेगा। मोदी ने वीडियो में कहा, पूजनीय बाबा साहेब आम्बेडकर ने हमें इतना व्यापक और विस्तृत संविधान दिया, वह आज भी टाइम मैंनेजमेंट और प्रोडेक्टिवटी का एक उदाहरण है।
वह हमें भी अपने दायित्तवों को रिकॉर्ड समय में पूरा करने के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने कहा, लोकतंत्र बाबा साहेब के स्वभाव में रचा-बसा था और वह कहते थे कि भारत के लोकतांत्रिक मूल्य कहीं बाहर से नहीं आए, गणतंत्र क्या होता है और संसदीय व्यवस्था क्या होती है यह भारत के लिए कोई नई बात नहीं है।
संविधान सभा में उन्होंने एक भावुक अपील की थी कि इतने संघर्ष के बाद मिली स्वतंत्रता की रक्षा हमें अपने खून की आखिरी बूंद तक करनी है। वह यह भी कहते थे कि हम भारतीय भले ही अलग-अलग पृष्ठभूमि से हो लेकिन हमें सभी चीजों से ऊपर देशहित को रखना होगा। प्रधानमंत्री ने कहा, इंडिया फर्स्ट आम्बेडकर का मूल मंत्र था। मैं सभी देशवासियों की ओर से बाबा साहेब को नमन करता हूं जिन्होंने करोड़ों भारतीयों को सम्मान से जीने का अधिकार दिया।