
Municipal Corporation elections 2022: राजधानी दिल्ली में नगर निगम चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने रोटेशन की प्रक्रिया पूरी कर आरक्षित सीटों का आदेश जारी कर दिया है। जिसके बाद सबसे ज्यादा नुकसान पुरुष पार्षदों को हुआ है। क्योंकि, नए रोटेशन की प्रक्रिया से अधिकतर पार्षद अपनी सीट से अब चुनाव नहीं लड़ सकते।
आदेश के अनुसार सामान्य सीटें अब महिला उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हो गई है। इससे सबसे ज्यादा फायदा मौजूदा महिला पार्षदों का है।
उत्तरी दिल्ली नगर निगम में 104 सीटों में से 20 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। जिसमें से दस महिला तो दस अनुसूचित जाति के पुरुषों के लिए आरक्षित हैं। बाकि 84 सामान्य वार्ड में से 42 महिलाओं के लिए आरक्षित हैं तो 42 ही सीट सामान्य हैं।
इसी तरह दक्षिणी निगम की 104 सीटों में से 15 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। इसमें से सात अनुसूचित जाति के लिए सामान्य हैं जबकि आठ अनुसूचित जाति की महिलाओं के लिए आरक्षित हैं। बाकि 89 सीटों में से 45 सीटें महिलाओं के लिए जबकि 44 सीटें सामान्य है।
वहीं पूर्वी दिल्ली नगर निगम में 64 सीटों में से 11 सीटें में से छह महिलाओं के लिए और पांच सामान्य अनुसचित जाति के लिए आरक्षित हैं। बाकि 57 में से 27 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हैं।
रोटेशन के बाद जिन सामान्य सीटों से मौजूदा पार्षद दूसरे वार्ड से लड़ने की कोशिश करेंगे। वहीं, ज्यादातर पार्षदों की कोशिश होगी कि वह अपनी सीट को दूसरे व्यक्ति के पास न जाने दें।