
अब बेकार प्लास्टिक पर्यावरण के लिए खतरा नहीं बनेगा। हाल में आईआईटी दिल्ली की रिसर्च टीम को बेकार प्लास्टिक से डीजल तैयार करने में पहली सफलता प्रदान हुई। आपको बता दे यह दुनिया का चौथा प्लांट है, जहां प्लास्टिक से डीजल के साथ कई तरह के पेट्रो प्रोडक्ट तैयार किये जाएंगे। वैज्ञानिको का कहना है इस प्लांट की मदद से आसानी से डीजल बनाया जाएगा जो वाहनों के साथ औद्योगिक क्षेत्रों में भी इस्तेमाल किया जाएगा। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्धन का कहना है कि ऐसे प्लांट को देश के कई राज्यों में लगाया जाएगा।
मालूम हो इस समय प्लास्टिक एक चुनौती बन गया है, जो पर्यावरण के साथ जीवजंतुओं के लिए भी काफी खतरनाक बना हुआ है। लगाए गये प्लांट से अभी तक एक किलो वेस्ट से फिलहाल 750 एमएल डीजल तैयार किया गया है।
मेक इन इंडिया थीम के तहत इस शोध के लिए IIT दिल्ली और DRDO प्रोजेक्ट को पैसा मुहैया करवा रहे हैं। आईआईटी दिल्ली के तीसरे इंडस्ट्री डे पर ग्रीन एनर्जी थीम के तहत रासायनिक अभियांत्रिकी विभाग ने वेस्ट प्लास्टिक से डीजल बनाने के शोध को प्रस्तुत किया है। लाइव डेमो में बेकार प्लास्टिक से डीजल बनाकर भी दर्शाया गया।