
नई दिल्ली, सत्यकेतन समाचार। 2 साल पंजाब की जेल में वक्त गुज़ारने के बाद, भाजपा पार्टी के पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की घर हुई वापसी। दरअसल, राजनेता से बने कुख़्यात गैंगस्टर, मुख्तार अंसारी को बुद्धवार की सुबह 5 बजे पंजाब से उत्तर प्रदेश के बांदा जेल में स्थानांतरित किया गया. करीब 900 किलोमीटर का था लंबा रास्ता, पुलिस अधिकारीयों द्वारा कड़ी सुरक्षा के पूरे इंतज़ाम किये गए थे.
ख़बरों के अनुसार, माफिया Mukhtar Ansari के ऊपर 50 से भी ज़्यादा मामले दर्ज थे और वो पिछले करीब 2 वर्षों से पंजाब के रोपड़ जेल में बंद था. माना जा रहा है, यू.पी राज्य के मुख्यमंत्री, योगी आदित्यनाथ ने मामले पर सख्ताई में कोई कसर नहीं छोड़ी। 100 किलोमीटर प्रति घंटा से अधिक की गति से पुलिस का एक बड़ा काफिला मुख्तार को लेकर भोर में करीब 5 बजे बाँदा जेल के मुख्य दरवाज़े पर पंहुचा। जिसके बाद, मुख्तार को जेल नंबर 16 में डाल दिया गया.
मुख्तार अंसारी के साथ किया गया अमानवीय बर्ताव
मुख़्तार अंसारी के भाई, अफ़ज़ल अंसारी का आरोप है कि, “तकरीबन 15 घंटे के लंबे सफर में भी पुलिस ने मेरे भाई को ना तो कुछ खाने को दिया न तो कुछ पीने को. यहाँ तक कि, मुख्तार की बिगड़ती हालात के बावजूद उनके इलाज पर ध्यान नहीं दिया गया. साथ अफ़ज़ल का इलज़ाम है कि, जब मुख़्तार को बांदा जेल के गेट पर ले जाया गया तो, हालत काफी नाज़ुक थी, वह ठीक से चल और बोल भी नहीं पा रहे थे.
जब कि पुलिस कर्मियों का कहना है कि, मुख़्तार के जेल पहुंचते ही, बांदा मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों की एक टीम ने मुख्तार अंसारी की जेल में जांच की और उसके उपरान्त मुख्तार की स्वास्थ्य सम्बंधित कोई भी समस्या नहीं पायी गयी। फिलहाल, मुख्तार अन्य सामान्य कैदियों की ही तरह रह रहे हैं. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि, मुख़्तार को तन्हाई बैरक में रखा गया है. और उनके आस पास सभी पुलिस तैनात हैं.
हालांकि, अफ़ज़ल से रास्ते की यह सब जानकारी कैसे मिली पूछने पर, वह ताल-मटोल करने लगे. चैनलों के संवाददाताओं के मुताबिक, अफ़ज़ल ने इस बात की कोई पुष्टि नहीं की कि, उन्हें यह सब जानकारी किस सूत्र के हवाले से मिली।
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