
नवीन कुमार, MCD Election 2022: राजधानी दिल्ली में अप्रैल में होने वाले दिल्ली नगर निगम चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। खबरों के मुताबिक आज शाम 5 बजे तक चुनाव आयोग दिल्ली नगर निगम चुनावों के लिए तारीखों का ऐलान करने की उम्मीद जताई जा रही थी। खबरों के अनुसार ऐसा कहा जा रहा था कि चुनाव आयोग प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से दिल्ली नगर निगम चुनाव का रोडमैप पेश करेगा।
लेकिन राज्य चुनाव आयोग ने अगले कुछ दिनों तक चुनावों की तारीख निर्धारित ना करने की बात कही है। नगर निगम की चुनाव की तारीखों को लेकर राज्य आयुक्त एसके श्रीवास्तव ने कहा कि केंद्र सरकार ने कुछ ऐसे मुद्दे उठाए हैं जिनकी कानूनी रूप से जांच किया जाना बाकी है। हम अभी एमसीडी चुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं कर पाएंगे। हमें कुछ और दिन लगेंगे। हमें 18 मई से पहले चुनाव कराना है।
बुधवार को दिल्ली इलेक्शन कमीशन की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ऐसा कहा जा रहा है कि चुनाव की तारीखों की घोषणा 5-7 दिन बाद की जाएगी। वहीं ऐसी भी अटकलें हैं कि तीनों निगमों का एकीकरण किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि हम तारीखों की घोषणा करने वाले थे, लेकिन अब उन्हें घोषित करने में 5-7 दिन और लगेंगे। श्रीवास्तव ने कहा कि सरकार शायद एमसीडी का पुनर्गठन करना चाहती है। हो सकता है कि वे तीनों निगमों को फिर से मिला दें। इसलिए हमें इस पर विचार करना होगा और फिर एमसीडी चुनाव की तारीखों की घोषणा करनी होगी। हम उनकी सलाह पर गौर करेंगे। दिल्ली के राज्य निर्वाचन आयुक्त (एसईसी) एस के श्रीवास्तव ने कहा कि मुझे शाम 4.30 बजे केंद्र सरकार से कुछ संदेश मिला है। इसलिए मैं अभी तारीखों की घोषणा करने में समर्थ नहीं हूं।
गौरतलब है कि इस बार चुनाव आयोग ने चुनाव प्रचार से लेकर मतदान तक की प्रक्रिया को तीस दिन में पूरा कराने की तैयारी की है। गौरतलब है कि आयोग की ओर से चुनाव से संबंधित सभी जरूरी कार्यों जैसे टेंट, शामियाना, कनात, कैटरिंग की व्यवस्था करने के अलावा दूसरी जरूरी सभी चीजों के लिए टेंडर जारी किए जा चुके हैं।
वहीं, दिल्ली में तीनों एमसीडी की 272 सीटों पर चुनाव कराने के लिए अधिकारियों की नियुक्ति से संबंधी आदेश भी पहले ही जारी कर दिए गए हैं। हर विधानसभा के लिए एक-एक रिटर्निंग ऑफिसर यानी 70 एसडीएम को आरओ के रूप में नियुक्त किया जा चुका है। जो पूरे चुनाव प्रक्रिया पर अपनी नजर बनाएं रखेंगे।
खास बात यह है कि इस बार होने वाले दिल्ली नगर निगम चुनावों को लेकर किए जाने वाले खर्च को भी राज्य चुनाव आयोग की ओर से प्रत्याशियों के चुनावी खर्च की अधिकतम सीमा को भी बढ़ा दिया है। इससे पहले चुनाव के दौरान होने वाले खर्च के लिए हर प्रत्याशी को 5 लाख तक खर्च करने की अनुमति हुआ करती थी। जिसे अब चुनाव आयोग ने बढ़ाकर हर प्रत्याशी को चुनाव में अधिकतम 8 लाख रुपए खर्च करने की अनुमति है। गौरतलब है कि दिल्ली एमसीडी में पिछले 15 वर्षों से बीजेपी का शासन है।
आपको बता दें कि दिल्ली में तीन नगर निगम है उत्तरी दिल्ली, पूर्वी दिल्ली, साउथ दिल्ली नगर निगम हैं। उत्तरी दिल्ली में 104 वार्ड, पूर्वी दिल्ली में 64 वार्ड और साउथ दिल्ली में 104 वार्डों के लिए चुनाव होना है। इस पहले ऐसी भी चर्चा तेज थी कि इस बार तीनों नगर निगमों के एक किया जा सकता है। क्योंकि राज्य चुनाव आयोग ने चुनावों से पहले ही वार्डों के रोटेशन की प्रक्रिया कर दी थी।
जिसके तहत वर्तमान में निगम पार्षदों की परेशानी बढ़ गई थी। क्योंकि रोटेशन होने से सीटिंग पार्षदों के वार्ड बदल गए है। जो वार्ड पहले जनरल वार्ड था वह रोटेशन होने के बाद महिला वार्ड हो गया है। इस बार राज्य चुनाव आयोग ने महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत वार्डों को आरक्षित किया है।