
Mangalore to Bangalore, सत्यकेतन समाचार : सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमे एक तेज रफ़्तार से जाती एम्बुलेंस को देखा जा रहा है। आखिर वे ऐसे क्यों भाग रही थी। उसके पीछे की सच्चाई हम आपको बतायेगे।
गंभीर हृदय रोग से जूझ रही एक 40 दिन की बच्ची को मैंगलोर से बेंगलुरु तक पूरी यात्रा के दौरान लगभग शून्य यातायात से दिया गया। यह हादसा उस समय हुआ जब एक निजी एम्बुलेंस चालक, हनीफ बालंजा ने बच्चे को मुफ्त में फेरी लगाने के लिए सहमति दी। जैसे ही एम्बुलेंस की खबर दो शहरों के बीच वायरल हुई और पुलिस ने स्थिति से अवगत कराया। एम्बुलेंस अपने मार्ग पर शून्य यातायात के साथ मिली। एम्बुलेंस चार घंटे और बीस मिनट में बेंगलुरु के एक अस्पताल में जा पहुंची।
मैंगलोर से बेंगलुरु की दुरी लगभग 400 किलोमीटर है। जो एम्बुलेंस ड्राइवर ने चार घंटे और बीस मिनट में तय की। वीडियो के वायरल होने के बाद से पूरा देश एम्बुलेंस ड्राइवर को सेल्यूट कर रहा है। उसके जज्बे की जिसने अपनी जान की फ़िक्र करे बिना, उस बच्ची की जान बचाने के लिए अपनी जान से खेल गया।
एम्बुलेंस के निकलते ही सभी पुलिस स्टेशंस में खबर कर दी गयी। जैसे ही खबर मंगलौर पुलिस और बैंगलोर पुलिस को मिली पुलिस ने एम्बुलेंस के लिए कई हद तक रास्ता साफ़ कर दिया जिस वजह से एम्बुलेंस 400 किलोमीटर का रास्ता चार घंटे और बीस मिनट में तय कर दिया। इस लिए सरकार ने एंबुलेंस ड्राइवर को ५ लाख का इनाम देने का फैसला किया है।