Maharashtra : BMC ने उन इलाकों की GIS मैपिंग कराने का फैसला किया है, जहां कोरोना के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं. BMC कोरोना प्रभावित 88 इलाकों की GIS मैपिंग कराएगी.
दुनियाभर में जानलेवा साबित हो चुके कोरोना वायरस के खिलाफ भारत युद्ध लड़ रहा है. देश में महाराष्ट्र सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य है. इसलिए अब मुंबई में बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) ने उन इलाकों की GIS मैपिंग कराने का फैसला किया है, जहां कोरोना के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं.
BMC ने कोरोना प्रभावित 88 इलाकों की जीआईएस मैपिंग का फैसला किया है. भौगोलिक सूचना प्रणाली यानी GIS मैपिंग को सार्वजनिक किया जाएगा. जिससे वहां रहने वाले और उस तरफ जाने वाले लोगों को सतर्क किया जाएगा.
क्यों की जाएगी GIS मैपिंग?
GIS मैपिंग यानी Geographic Information System Mapping के तहत कोरोना प्रभावित इलाकों का नक्शा बनाया जाएगा. प्रभावित इलाकों की जानकारी बीएमसी की वेबसाइट पर उपलब्ध होगी. जिसमें इस बात की भी जानकारी दी जाएगी कि किस इलाके में कितने मरीज कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इससे फायदा ये होगा कि ऐसे इलाकों में आने-जाने से पहले विशेष सावधानी बरती जा सकेगी. इससे कोरोना के बढ़ते प्रकोप को काबू करने में मदद मिलेगी.
महाराष्ट्र में 215 पॉजिटिव मामलों की पुष्टि
देश में कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र से ही सामने आ रहे हैं. सोमवार शाम 5.30 बजे तक महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के 215 मामले सामने आ चुके हैं. 10 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि राज्य में अब तक 34 कोरोना संक्रमित मरीज ठीक हो चुके हैं. कोरोना संक्रमित बाकी लोगों को आइसोलेशन में रखा गया है और इलाज जारी है. बता दें कि सोमवार को ही मुंबई, पुणे और नासिक से नए कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए हैं.
पुणे में पहली मौत, राज्य में अब तक 10 की गई जान
देश में सबसे ज्यादा पॉजिटिव मामले अब कर महाराष्ट्र से सामने आए हैं, सोमवार को महाराष्ट्र के पुणे में कोरोना वायरस के चलते पहली मौत हुई. एक 52 वर्षीय व्यक्ति ने अस्पताल में दम तोड़ दिया. इसके बाद मुंबई में एक 80 साल के शख्स ने दम तोड़ दिया. महाराष्ट्र में अबतक कोरोना वायरस से 10 मौतें हुई हैं, जो देश में सबसे ज्यादा हैं.