सत्यकेतन समाचार, सचिन सिंह : इन दिनों एक तरफ कोरोना वायरस के कहर से भारतीय लोग जूझ रहे है तो दूसरी तरफ पुलिस कर्मी लोगों पर अत्याचार कर रहे है। सोशल मीडिया पर इन दिनों पुलिस कर्मियों के कई वीडियो वायरल हो रहे है जिसमें वे आम जनता पर जोर दिखाते नज़र आ रहे है और बिना वजह जाने लोगों को डंडों से बहुत ही बुरी तरह पीट रहे है। कोई बाज़ार से स्कूटर पर राशन का सामान खरीद कर ला रहा है तो कोई दवाई खरीद कर ला रहा है परन्तु पुलिस कर्मी बिना लोगों की मजबूरी समझे उन्हें बेरहमी से डंडों से पिट रहे हैं। आखिरकार जब भारतीय लोग विदेशों से लौटकर भारत वापस आ रहे थे तब इतनी सख्ताई क्यों नहीं बरती गयी जितनी आज गरीब लोगों पर बिन वजह डंडे बरसाकर बरती जा रही है। अगर कोई बिन वजह घर से बाहर निकलकर सरकार द्वारा बनाये गए नियमों का उलंघन करता है तब तो समझ में आता भी है की पुलिस कर्मी अपनी ताकत का सही इस्तेमाल कर रहे है परन्तु बिन वजह लोगों को बेरहमी से पीटना कहाँ का इन्साफ है। इतना ही नहीं पुलिस कर्मी उन पर भी अत्याचार करने लगी जो मजबूरी में ट्रांसपोर्ट सुविधा न होने की वजह से अपने गाँव 200,300 किलोमीटर दूर पैदल निकल पड़े थे।
इन दिनों ऐसे कई वीडियो भी वायरल हो रहे है जिसमें लोग नियमों का उलंघन करने के बावजूद पुलिस कर्मियों से बहस और लड़ाई करते हुए नज़र आ रहे है। कहीं ना कहीं लोगों को भी नियमों का पालन करना चाहिए और कोरोना वायरस से बचने के लिए घर में रहना चाहिए। चाहे पुलिस कर्मी हो या डॉक्टर या फिर हो कोई सफाई कर्मचारी सभी लोगों की जिंदगी सुरक्षित करने के लिए दिन रात मेहनत कर रहे है तो लोगों का भी फ़र्ज़ बनता है नियमों का पालन करना। इन दिनों पुलिस कर्मियों के दिल छू लेने वाले वीडियो भी खूब वायरल हो रहे है जिसमें वे लोगों को खाना खिलाते हुए लोगों की मदद करते हुए नज़र आ रहे है तो दूसरी तरफ पुलिस कर्मी अपनी ताकत का दुरूपयोग भी कर रहे है। इसलिए आप सभी से अनुरोध है घर पर ही रहे, सोशल डिस्टेंस बनाये, पुलिस कर्मियों को सपोर्ट करें और केवल जरुरत के वक़्त घर से बाहर निकलें क्योंकि जिंदगी अनमोल है।