Corona Virus Live Update, Lockdown: देश भर में कोरोना संक्रमण के अब तक 4000 से अधिक मामले आ चुके हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक़ फ़िलहाल हम हर पांचवे दिन मरीज़ों की संख्या को डबल कर रहे हैं. केंद्र सरकार ने कई बार कहा है कि ये रफ्तार और धीमी होती अगर तबलीग़ी जमात मरकज़ से इतनी बड़ी संख्या में मरीज़ सामने नहीं आते. सरकार को लॉकडाउन पर कोई भी फ़ैसला करने से पहले कुछ विषयों पर ज़्यादा ध्यान देना पड़ेगा.
- एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया की माने तो सरकार अपना फ़ैसला 4 मुद्दों को ध्यान में रखते हुए करेगी.
डॉ. रणदीप गुलेरिया पर विश्वास किया जा सकता है क्योंकि डॉ. रणदीप गुलेरिया सरकार की ओर से कोविड-19 के लिए बनाई गई 11 समितियों में से एक के प्रमुख भी हैं.
- पहला- लॉकडाउन आगे जारी रखने पर अर्थव्यवस्था पर कितना बड़ा असर पड़ेगा. क्या सरकार आगे उसकी भरपाई करने में सक्षम होगी ?
- दूसरा – क्या लॉकडाउन खोलना बड़ी आबादी के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ होगा ?
- तीसरा – उद्योग जगत के सवालों को भी सरकार को लॉकडाउन के फ़ैसले के साथ जोड़ कर देखना होगा. लॉकडाउन को आगे बढ़ाना या ख़त्म करना भारत के निर्यात-आयात, दूसरे देशों के साथ रिश्तों और देश के बाक़ी उद्योग पर कितना असर डाल रहा है.
- चौथा – ग़रीब आप्रवासी मज़दूरों की हालात. उन तक सरकार अपनी कितनी पहुंच बना पाई है. उनकी समस्याएं क्या हैं और क्या उसका निदान सरकार पूरी तरह से कर पा रही है.
यही वजह है कि केंद्र ने लॉकडाउन पर राज्य सरकारों से सुझाव भी मांगा है. बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी अलग-अलग राजनीतिक दलों से बातचीत कर उनसे भी इस विषय पर चर्चा करने वाले हैं.