Kalapani controversy: भारत के साथ सीमा विवाद के बीच नेपाल ने धारचूला-टिंकर रोड प्रॉजेक्ट के तहत 87 किलोमीटर सड़क का निर्माण शुरू किया है. यह काम नेपाल की सेना को सौंपा गया है. धारचूला जिले में घंटीबागर के पास ‘सेक्शन प्लस’ यूनिट को तैनात किया गया है.
सरकार ने पिछले महीने नेपाल सेना को निर्माण परियोजना सौंपने का फैसला किया था. नेपाल सेना ने गुरुवार को एक बयान में कहा, ”मंत्रियों ने 26 अप्रैल को एक बैठक के दौरान नेपाल सेना के सेक्शन प्लस फोर्स को जरूरी उपकरणों के साथ 87 किलोमीटर लंबी सड़क के निर्माण में लगाने का फैसला किया था. इस रोड सेक्शन में 450 मीटर लंबी और 2 मीटर चौड़ी खच्चर की पटरी होगी.”
यह भी पढ़ें:- India vs China: जवानों को हिरासत में लेने की बात को नकारा
नेपाल सरकार ने 2008 में भारतीय सीमा के पास रोड प्रॉजेक्ट के लिए कई ठेके दिए थे. करीब 50 किलोमीटर सड़क भारतीय सीमा के साथ-साथ है और यह पश्चिम नेपाल के सुदूर इलाके की ओर जाता है. इससे चीन के साथ व्यापार की योजना है.
इस समय धारचूला जिले के लोगों को जिले के दूसरे हिस्से में जाने के लिए भारत से होकर गुजरना पड़ता है. सेना ने बयान में कहा, ”एक बार जब सेना माउरीभिर और घंटी के बीच 450 मीटर लंबे सेक्शन को खोल देगी तो 182 परिवारों के 1200 निवासियों को अपने गांव आने के लिए भारतीय सीमा में नहीं जाना होगा.”
यह भी पढ़ें:- Corona virus update: कोरोना मरीज पर बैन, नहीं कर सकेंगे मोबाइल का इस्तेमाल
पिछले सप्ताह नेपाल ने नया राजनीतिक नक्शा जारी किया है, जिसमें उसने कालापानी, लिपुलेख और लिंपियाधूरा को अपने क्षेत्र में दिखाया है. भारत ने नवंबर 2019 में जारी नक्शे में ट्राई जंक्शन को रखा था.