नई दिल्ली: दिल्ली के प्रतिष्ठित जवाहर लाल नेहरू यूनिववर्सिटी में चेहरे पर नकाब बांधे कुछ लोगों ने जेएनयू कैंपस के अंदर छात्रों और शिक्षकों पर हमला कर दिया। हमले में छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष बुरी तरह घायल हो गईं हैं। सूत्रों ने बताया है कि स्टूडेंट्स यूनियन और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के बीच झड़प हुई है। दरअसल, जेएनयू टीचर्स असोसिएशन ने एक मीटिंग बुलाई थी, जिसमें हंगामा हो गया। छात्रसंघ ने दावा किया है कि उनकी अध्यक्ष आइशी घोष और कई दूसरे स्टूडेंट्स को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्यों ने पीटा है। झड़प के दौरान की कुछ तस्वीरें और विडियो भी सामने आए हैं, जिसमें छात्रसंघ की अध्यक्ष खून से लथपथ दिखाई दे रही हैं। एक तस्वीर में टीचर भी घायल दिखी हैं।
एक विडियो में साफ दिखाई देता है कि हमलावर चेहरे पर मास्क लगाए हुए हैं। उनके हाथों में डंडे भी दिखाई दे रहे हैं। लेफ्ट की छात्र ईकाई ने एबीवीपी पर हमले के आरोप लगाए हैं। बताया जा रहा है कि फीस वृद्धि के फैसले के खिलाफ पिछले दो महीने से जेएनयू के स्टूडेंट प्रदर्शन कर रहे हैं। आइशी ने मीडिया को बताया, ‘मुझ पर बड़ी क्रूरता के साथ मास्क पहने गुंडों ने हमला किया। मेरा खून बह रहा है।’ टीवी रिपोर्ट्स के मुताबिक, लेफ्ट की छात्र इकाई के कार्यकर्ता और जेएनयू के टीचर्स फीस वृद्धि के मुद्दे पर प्रदर्शन कर रहे थे और इसी दौरान मारपीट हुई है। अभी यह जानकारी नहीं मिल पाई है कि इस घटना में कोई और घायल हुआ है या नहीं।प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि लगभग 50 गुंडे जेएनयू कैंपस में में घुस आए और लोगों पर हमला करना शुरू कर दिया और कारों में तोड़फोड़ की।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में दिख रहा है कि 50 से ज्यादा की संख्या में लोग नकाब बांधकर कैंपस में घूमते दिख रहे हैं, जिनके हाथों में हॉकी स्टीक, रॉड और बल्ला दिखाई दे रहा है। उधर, वामदलों ने एबीवीपी पर मारपीट का आरोप लगाया है। जवाहर लाल नेहरू विवि में वामपंथी रुझान वाले छात्र संगठनों का दबदबा है। इस हमले के पीछे छात्र संगठनों की आपसी रंजिश को जिम्मेदार बताया जा रहा है। जवाहर लाल नेहरू विवि की सुरक्षा पर भी सवालिया निशान लगा है।