- इंद्रप्रस्था विश्व हिंदू परिषद ने 400 पीपीई किट किए दान
- हिंदूराव अस्पताल को मिली 400 पीपीई किट
- जल्द प्रयास फाउंडेशन भी दो वेंटिलेटर हिंदूराव अस्पताल को देगा
- सुरक्षा के लिए विकसित किए गए डॉकिंग सेंटर
नई दिल्ली, सत्यकेतन समाचार। उत्तरी दिल्ली नगर निगम के हिंदूराव अस्पताल को मंगलवार को इंद्रप्रस्थ विश्व हिंदू परिषद ने 400 पीपीई किट दान किए. इसके साथ ही जल्द प्रयास फाउंडेशन भी दो वेंटिलेटर हिंदूराव अस्पताल को दान करेगी. ये सभी हिंदूराव अस्पताल के संसाधनों को बढ़ाने और कोरोना वायरस (COVID-19) की रोकथाम में मदद करेंगे.
पीपीई किट प्राप्त करते समय उत्तरी दिल्ली के महापौर अवतार सिंह, अध्यक्ष स्थायी समिति जय प्रकाश, अति. आयुक्त डॉ. रश्मि सिंह, निदेशक (अस्पताल प्रशासन), डॉ अरूण कुमार और चिकित्सा अधीक्षक, हिंदू राव अस्पताल, डॉ. अनु कपूर उपस्थित रहे. इस अवसर पर इंद्रप्रस्थ विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष कपील, इंद्रप्रस्थ विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी उपाध्यक्ष वाघीस और इंद्रप्रस्थ विश्व हिंदू परिषद के सचिव सुरेंदर उपस्थित रहे.
इस अवसर पर महापौर अवतार सिंह ने कहा कि इस महामारी की स्थिति में किसी भी प्रकार की मदद सराहनीय है. जब निगम को आर्थिक तंगी का भी सामना करना पड़ रहा हो. ये सभी कोरोना वायरस से लड़ने के लिए संसाधनों को बढ़ाने में मदद करेंगे और साथ ही फ्रंट लाइन योद्धाओं को और अधिक कुशलता से काम करने में सहायता करेंगे.
अध्यक्ष स्थायी समिति जय प्रकाश ने बताया कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम स्वच्छता कर्मचारियों की सुरक्षा के प्रति संवेदनशील है, स्वच्छता कर्मचारियों के लिए कोरोना के संवेदनशील क्षेत्रों में डॉकिंग केंद्र विकसित किए जा रहे हैं. पहला डॉकिंग सेंटर बी-ब्लॉक जहांगीरपुरी में शुरू किया गया है. जय प्रकाश ने विवरण देते हुए बताया कि जो स्वछता कर्मचारी कार्यस्थल पर पहुचेंगे वे पहले डॉकिंग सेंटर में रिपोर्ट करेंगे, फिर वहा अपने कपड़े बदल कर पीपीई किट पहनेगें और अपना कार्य शुरू करेंगे और ड्यूटी खत्म होने के बाद पीपीई किट हटाने के लिए डॉकिंग सेंटर जाएंगे और अपने आप के सैनिटाइज करेंगे. उन्होंने बताया कि उपयोग किए गए पीपीई किट को जैव चिकित्सा अपशिष्ट मानकों द्वारा उचित निपटान किया जाएगा जो की सुरक्षा की दृष्टि से मानक प्रक्रिया हेतु सुनिश्चित है.
अति. आयुक्त, डॉ रश्मि सिंह, (आईएएस) ने बताया कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम द्वारा यह कदम जमीन पर दूसरों के लिए काम करने वाले पैदल सैनिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है, यह देश में अपनी तरह का पहला डॉकिंग केंद्र है जिस में उचित प्रशिक्षण और संवेदनशील क्षेत्रों में सैनिटाइजेशन करने के दौरना क्या करे और क्या नहीं की पूरी जानकारी उपलब्ध होगी. उन्होंने बताया कि इस तरह के उपायों से कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाता है और उनकी कार्यक्षमता में सुधार आता है.
अस्पताल की चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अनु कपूर ने दानकर्ताओं का धन्यवाद किया और बताया कि कोविड-19 प्रबंधन के लिए हिंदू राव अस्पताल नोडल अस्पताल में से एक है, जहां पर 50 बेड का आइसोलेशन वार्ड तैयार किया हैं. उन्होंने बताया कि अस्पताल में पीपीई किट, एन -95 मास्क, ट्रिपल लेयर मास्क और वेंटिलेटर पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है इस के साथ ही 24X7 के आधार स्क्रीनिंग ओपीडी भी शुरू कि गई है. उन्होंने यह भी बताया कि संदिग्ध रोगियों के बुनियादी परीक्षण के लिए बायो केमिस्ट्री लैब की भी स्थापना की गई है.