- रेसलर बबीता फोगाट और भारत केसरी विवेक सुहाग परिणय सूत्र में बंधे
- महज एक रुपये के कन्यादान और 21 बाराती की मौजूदगी में सादगी से हुई शादी
- बबीता ने कहा-शादी के बाद भी राजनीति से जुड़ी रहूंगी
हरियाणा, सत्यकेतन समाचार: महिला पहलवान बबीता फोगाट 1 दिसंबर को शादी के बंधन में बंध गयी है। दंगल गर्ल बबीता फोगाट रविवार देर शाम 8 फेरे लेकर भारत केसरी पहलवान विवेक सुहाग के साथ शादी के बंधन में बंध गईं।
शादी में लिए गए 8 फेरे
ख़ास बात यह है कि दोनों ने 7 फेरों की बजाय 8 फेरे लेकर ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ का संदेश दिया। जानकारी के मुताबिक इस शादी समारोह में परिवार के अलावा कई विदेशी पहलवान भी मेहमान के रूप में शामिल हुए। शादी हरियाणवी रीति रिवाज के साथ सम्पन्न हुई।

बलाली गांव में हुई शादी
बलाली गांव में बड़े ही साधारण तरीके से संपन्न हुए इस शादी समारोह में परिवार के अलावा कई विदेशी पहलवान भी मौजूद रहे। रविवार शाम करीब साढ़े सात बजे बारात बलाली पहुंची जहां बबीता के परिवार के लोगों ने दूल्हे विवेक और शादी में आए मेहमानों के लिए खास तौर पर हरियाणवी देसी खाना तैयार कराया गया जिसमें देशी घी का हलवा, सरसों का साग, खीर-चूरमा, बाजरा रोटी, चटनी सहित सभी व्यंजन थे।
एक रुपये में हुआ कन्या दान
बबीता (Babita Phogat) ने इंटरनैशनल लेवल पर देश का नाम रोशन किया है लेकिन उनकी शादी बेहद साधारण से कार्यक्रम में हुई। 2014 और 2018 की कॉमनवेल्थ गोल्ड मेडलिस्ट बबीता के पिता द्रोणाचार्य अवॉर्डी महाबीर फोगाट ने उनका कन्या दान केवल एक रुपये में किया।

बिना दहेज शादी, आए केवल 21 बाराती
बलाली में हुए सादे समारोह में सिर्फ 21 बाराती आए। विवेक के ताऊ राजपाल और चाचा ओमप्रकाश भी जोड़े को आशीर्वाद देने पहुंचे। इधर, फोगाट फैमिली के सभी सदस्य समारोह में मौजूद रहे। बबीता-विवेक ने 8वां फेरा बेटी बचाने-बेटी पढ़ाने के साथ दहेज की बुराई को खत्म करने काे लिया। दोनों परिवारों ने बिना दहेज लिए-दिए शादी कर मिसाल भी पेश की।
साल पहले हुई थी बबीता-विवेक की दोस्ती
बबीता की करीब पांच साल से दिल्ली के नजफगढ़ के विवेक सुहाग से दोस्ती थी। दोनों की मुलाकात दिल्ली ताज होटल में एक कार्यक्रम के दौरान हुई थी। इसी दौरान उनकी दोस्ती प्यार में बदली। इसके बाद दोनों ने अपने-अपने परिवार से रिश्ते को लेकर बात की और शादी करने की इच्छा जताई। इसी साल दो जून को दोनों के परिवारों ने इस रिश्ते को मंजूरी दे दी थी।
रेलवे में कार्यरत हैं विवेक
चरखी दादरी जिले के गांव बलाली निवासी बबीता फोगाट और विवेक झज्जर जिले के गांव मातनहेल के मूल निवासी हैं। विवेक अब दिल्ली के नजफगढ़ में रह रहे हैं। भारत केसरी खिताब जीत चुके पहलवान विवेक फिलहाल भारतीय रेलवे में कार्यरत हैं।
‘दुल्हन का जोड़ा पहनकर बहुत खुश हूं’
बबीता ने कहा, ‘‘हम बहनों के साथ शादी समारोह में हम जाते थे, तो दूसरी लड़कियों को देखकर कई बार चूड़ियां और अंगूठी पहन लेते थे। लेकिन पिताजी मना करते थे। वे अक्सर कहते थे तुम्हारा लक्ष्य सिर्फ रेसलिंग होना चाहिए। जब लक्ष्य पा लो तो मेकअप भी कर लेना।मैं दुल्हन का जोड़ा पहनकर बहुत खुश हूं।’’
दादरी से भाजपा प्रत्याशी थीं बबीता
हरियाणा विधानसभा चुनाव में बबीता फोगाट दादरी से भाजपा प्रत्याशी थीं। इस सीट से निर्दलीय उम्मीदवार सोमबीर विजयी रहे थे।बबीता ने कहा कि वह शादी जरूर कर रही हैं, लेकिन राजनीति नहीं छोड़ रहीं। वह दादरी से जुड़ी रहेंगी। सरकार के साथ मिलकर यहां के विकास को गति दिलाने के प्रयास करती रहूंगी। लोगों से उन्होंने जो वादे किए थे, उनके लिए पूरा प्रयास करूंगी।