नई दिल्ली, सचिन सिंह। हमारे भारत देश में प्रदूषण काफी तेज़ी से बढ़ रहा है और पेड़ों की संख्या भी काफी तादाद में कम होती जा रही है। ऐसे हालात में हमारे भारत देश का पर्यावरण खतरे में है। इसी बीच हमारे देश में कुछ ऐसे भी लोग है जो पर्यावरण को अच्छा बनाने के लिए पेड़ ही नहीं लगाते बल्कि गौ माता के भोजन के लिए कई प्रकार की फसलें उगाते है जिससे हमारे देश में जितनी भी आवारा गाय है उन्हें नया जीवन मिल सके और गायों की संख्या भी कम ना हो।
धीरपुर गांव में रहने वाले रणे, महेश और बाबूलाल पिछले कई दिनों से धीरपुर गांव में पौधे लगा रहे है और साथ ही साथ धीरपुर बांध पर अप्रयुक्त भूमि पर गायों के चारे के लिए कई प्रकार की फसलों की खेती कर रहे है। इन सभी लोगों ने धीरपुर गांव में अब तक कई पौधे लगा दिए है और भविष्य में भी लगाते रहेंगें। धीरपुर गांव के निवासी रणे का कहना है कि उन्होंने अब तक 5 साल में 300 से अधिक पेड़-पौधे लगा दिए है और धीरपुर शमशान घाट में भी 8,10 पेड़ लगा चुके है। बाबूलाल का कहना है कि वह खाली समय का उपयोग पेड़-पौधे लगाने और गायों के लिए फसलें उगाने के लिए करते है। जिससे उन्हें आंतरिक खुशी मिलती है।