दिल्ली, सत्यकेतन सामाचार: दिल्ली हिंसा में 41 लोगो की मौत हो गयी है और सैकड़ों लोग घायल है। हालाँकि हिंसा अब रूकने लगी है परन्तु हिंसा से जुड़े कई मामले अभी भी सामने आ रहे है ऐसा ही एक मामला सामने आया है।
शुक्रवार को एक बुजुर्ग की मौत हो गई है. इस मौत को लेकर उनके बेटे का दावा है कि कुछ लोगों ने पहले उनके पिता का नाम और धर्म पूछा, फिर पिटाई कर दी. उनके पिता हिंसा के नए शिकार बने हैं.
दिल्ली में अब स्थिति सामान्य होती दिख रही है. पिछले 2-3 दिनों में हिंसा की कोई नई घटना नहीं हुई है, लेकिन हिंसाग्रस्त नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में शुक्रवार को जब एक बुजुर्ग कूड़ा बीनने के लिए वहां गए और वहां उसके सिर में काफी चोट लग गई. घायल अवस्था में उसे लाया गया, लेकिन अस्पताल ले जाते वक्त उसकी मौत हो गई. मृतक के बेटे का कहना है कि उसके पिता हिंसा के नए मामलों के शिकार हुए हैं.
अयूब शब्बीर जो गाजियाबाद के लोनी में नसबंदी कॉलोनी में अपने 18 साल के दिव्यांग बेटे सलमान अंसारी के साथ रहते थे, और कूड़ा की वजह से रोजाना 300 से 400 रुपये तक कमा लेते थे.
घटना के बाद सलमान अंसारी ने कहा, ‘मैंने अपने पिता बाहर जाने के लिए मना किया था लेकिन उन्होंने कहा कि स्थिति अब सामान्य हो गई है और हम लंबे समय घर नहीं बैठ सकते. ऐसे में कुछ भी नहीं कमा सकते.’