Cyclone Amphan: चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ बंगाल की खाड़ी में एक तीव्र और भयंकर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो रहा है. मौसम विभाग ने आने वाले कुछ घंटों में तूफान के और भी ज्यादा खतरनाक रूप लेने की आशंका जताई है. इसकी वजह से दो दिनों तक भारी बारिश की भी आशंका है, साथ ही समुद्र में ऊंची लहरें उठ सकती हैं. चक्रवाती तूफान अम्फान के मद्देनजर आज शाम 4 बजे PM मोदी गृह मंत्रालय और NDMA के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक करेंगे.
PM Narendra Modi to chair a high-level meeting with the Ministry of Home Affairs (MHA) and National Disaster Management Authority (NDMA) today at 4 PM, to review the arising cyclone situation in parts of the country. #Amphan (file pic) pic.twitter.com/gvcNgQQkeU
— ANI (@ANI) May 18, 2020
मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में उठे तूफान अम्फान के कारण दिल्ली और एनसीआर के इलाके में भी मौसम में बदलाव देखे जा सकते हैं. ओडिशा के मुख्यमंत्री ने जाजपुर, भद्रक, बालासोर, मयूरभंज, गंजम, जगतसिंहपुर, गजपति, नयागढ़, कटक, केंद्रपाड़ा, खुर्दा और पुरी के जिलाधिकारियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है. वहीं तमिलनाडु में भी अम्फान का खतरा बढ़ गया है.
मौसम विभाग ने चक्रवाती तूफान अम्फन के कारण अगले 4 दिनों के लिए भारी बारिश होने चेतावनी जारी की है. मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे अगले 24 घंटे के दौरान बंगाल की दक्षिणी खाड़ी में ना जाये. वहीं 17-18 मई के दौरान बंगाल की केंद्रीय खाड़ी और 18-20 मई 2020 के दौरान बंगाल की उत्तरी खाड़ी में ना जाये.
मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों और इसके आसपास 45 से 55 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से हवा चलने और फिर 19 मई की दोपहर से 65 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चलने का अनुमान है. हवा की गति 20 मई की सुबह 75 से 85 किलोमीटर प्रतिघंटा रहने की संभावना है.
Cyclone #AMPHAN in Bay of Bengal, intensified into an extremely severe cyclonic storm at 2:30 AM today. It is expected to further intensify into a super cyclonic storm in the next 12 hours: Mrutyunjaya Mohapatra, IMD director general #Delhi pic.twitter.com/nLeODmchYn
— ANI (@ANI) May 18, 2020
चक्रवाती तूफान के खतरे को देखते हुए लगभग 11 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का इंतजाम किया गया है. इसके अलावा ओडिशा में चक्रवात का प्रभाव कम होने के तुरंत बाद बिजली, पानी की आपूर्ति, सड़कें साफ करने, बचाव और राहत अभियान शुरू करने की व्यवस्था की गई है.
चक्रवाती तूफान के खतरे को भांपते हुए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल में अपनी 17 टीमें तैनात कर दी हैं और कई अन्य को तैयार रखा गया है.