Delhi: कोरोना मरीजों की संख्या देश में तेजी से बढ़ रही है. केंद्र और राज्य सरकारें कोरोना से निपटने के लिए उचित कदम उठाने का दावा कर रही हैं, लेकिन दिल्ली में कश्मीरी गेट के पास यमुना नदी के किनारे ऐसा नजारा देखने को मिला, जो दिल्ली सरकार के बंदोबस्त पर सवाल खड़ा करने वाला है.
यमुना नदी के पास पिछले कई दिनों से हजारों की संख्या में लोग रह रहे हैं. सरकार दावा कर रही है कि लोगों को शेल्टर होम में रखा जा रहा है, खाने का पूरा इंतजाम है, जरूरत की चीजें मुहैया कराई जा रही हैं, लेकिन यहां की जमीनी हकीकत कुछ और ही है.
इधर, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यमुना घाट पर जुटे मजदूरों को तुरंत शिफ्ट करने के आदेश दिए गए हैं. उनके रहने खाने की व्यवस्था कर दी गई है. उन्होंने ट्वीट करके कहा ‘यमुना घाट पर मजदूर इकट्ठा हुए. उनके लिए रहने और खाने की व्यवस्था कर दी है. उन्हें तुरंत शिफ्ट करने के आदेश दे दिए हैं. रहने और खाने की कोई कमी नहीं है. किसी को कोई भूखा या बेघर मिले तो हमें जरूर बताएं.
वहीं, लोगों का कहना है कि पहले प्रशासन की ओर से खाने का इंतजाम किया जा रहा था, लेकिन अब एक टाइम का ही खाना मिल रहा है, वो भी गुरुद्वारे के लोग दे जाते हैं. हाल ही में कश्मीरी गेट के पास शेल्टर होम में आग लग जाने के बाद वहां के भी लोग यहां पलायन कर गए हैं.