- बुराड़ी में कंफेक्शनरी शॉप चलाते हैं सुमीत
- 6 महीने पहले शुरू किया एनजीओ ‘सेवा एक मिशन’
- लॉकडाउन में दर्जनभर कॉलोनियों को किया सेनेटाइज, गरीबों के लिए भोजन का प्रबंध
बुराड़ी, सत्यकेतन समाचार। ‘अपने लिए जिए तो क्या जिए, तू जी ए दिल ज़माने के लिए…’। बुराड़ी में रहने वाले सरदार सुमीत सिंह पर ये पंक्तियां बिल्कुल सटीक बैठती हैं। दरअसल, सुमीत ने लोगों की ‘सेवा’ को अपने जीवन का मिशन बना लिया है जिसके लिए वे हर समय तैयार रहते हैं। लॉकडाउन के दौरान ही ने बुराड़ी की दर्जनभर कॉलोनियों को सेनेटाइज कराया और साथ ही गरीबों के लिए भोजन का प्रबंध भी किया।
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सुमीत सिंह पेशे से व्यापारी हैं और बुराड़ी के कमल विहार में कंफेक्शनरी शॉप चलाते हैं। सुमीत हमेशा से ही जनसेवा के प्रति समर्पित रहे हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने छः महीने पहले अपनी एनजीओ ‘सेवा एक मिशन’ की शुरुआत की थी। इसके तहत शुरू में वे जरूरतमंद लोगों के लिए लंगर सेवा, जल सेवा और दवाई सेवा कर रहे थे। वे दिन में 3 से 4 घंटे का समय एनजीओ के ज़रिए सेवा में ही समर्पित करते हैं।
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कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन शुरू हुआ तो लंगर, जल और दवा सेवा बंद करनी पड़ी। लेकिन सुमीत इस समय भी सेवा के बिना नहीं रुक सकते थे। तब उन्हें सेवा के तौर पर सेनेटाइज सेवा का आईडिया सूझा। उन्होंने अपने मित्रों की एक टीम बनाई और बुराड़ी की कॉलोनियों को सेनेटाइज करना शुरू कर दिया। इसका पूरा खर्च उन्होंने खुद से उठाया जबकि मित्रों से उन्होंने श्रम सेवा का साथ लिया। इसके अलावा वे गरीबों के लिए भोजन के प्रबंध में भी जुट गए, जिसमें उनकी टीम ने भी उन्हें सहयोग दिया। अभी तक सुमीत बुराड़ी की एक दर्जन से अधिक कॉलोनियों को सेनेटाइज कर चुके हैं। सुमीत ने बताया कि अब वे सेवा के कुछ नए तरीकों पर भी विचार कर रहे हैं जिससे कि लोगों को लॉकडाउन में राहत मिल सके।