Corona Virus Live: निजामुद्दीन मरकज में चीन समेत इन 67 देशों से आए थे 2041 विदेशी

Corona Live: भारत में सबसे बड़े कोरोना वायरस हॉटस्पॉट के रूप में उभरे दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज में मार्च महीने में चीन समेत 67 देशों से 2041 विदेशी आए थे। इसमें सबसे ज्यादा लोग इंडोनेशिया, बांग्लादेश और थाईलैण्ड के हैं। यह सनसनीखेज खुलासा मामले की जाच में जुटी दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच द्वारा तैयार एक रिपोर्ट में हुआ है। इस रिपोर्ट की कॉपी हिंदुस्तान के पास मौजूद है।  इसके अलावा देश के 18 राज्यों से भी बड़ी संख्या में लोग तबलीगी जमात में जुड़े लोगों के आने की सूचना है। इसकी भी जांच की जा रही है। इसमें तमिलनाडु के 501, असम के 216, यूपी के 157, महाराष्ट्र का 109, हरियाणा के 22, उत्तराखंड के 34, मध्यप्रदेश के 107, बिहार के 86, पश्चिम बंगाल के 73, हैदराबाद के 55, झारखंड के 46, कर्नाटक के 45 आदि शामिल हैं। इसके अलावा प्रतिदिन दिल्ली-एनसीआर के हजारों लोग भी मरकज आते जाते थे, उनपर भी क्राइम ब्रांच की नजर है।

  •  दस्तावेज के आधार पर विदेशियों के लोकेशन की जांच

राजधानी दिल्ली ही नहीं पूरे देश में कोरोना को लेकर एक बड़ा संकट पैदा करने वाले मरकज के मामले की जांच क्राइम बांच कर रही है। जांच में सबसे ज्यादा फोकस विदेश से आए लोगों को लेकर है। इसके लिए क्राइम ब्रांच ने प्रबंधन से बात कर यहां आने वालों की पूरी सूची हासिल की, जिसमें से विदेशी मूल के लोगों की देशस्तर पर तैयार पूरी सूची बनाई है। इसकी जानकारी संबंधित एजेंसी से साझा कर विदेशी मूल के इनलोगों के दस्तावेज के आधार पर उनके लोकेशन की जांच की जा रही है।

  •  क्या कहते हैं विदेशियों से जुड़े आंकड़े

दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज में आए पूरे 67 देशों का आंकड़ा यहां देना संभव नहीं है, लेकिन जिन पांच देशों से सबसे ज्यादा लोग आए थे, उनका नाम व संख्या के अलावा हम अन्य सभी देशों के लोगों की संख्या का भी उल्लेख इस आंकड़े में करेंगे।

इंडोनेशिया—-553
बांग्लादेश—–497
थाईलैण्ड——151
किरगिस्तान–145
मलेशिया—- 118
अन्य देशों के—577
नोट:–इसमें चीन से आने वाले 9 लोग शामिल हैं।

  •  क्या कर रही है पुलिस

जांच में जुटी क्राइम ब्रांच ने देश के तकरीबन सभी प्रदेशों की पुलिस को यह आंकड़े साझा कर चुकी है। साथ ही एयरपोर्ट पर भी इसके बारे मे जानकारी दी गई है। वहीं तबलीगी जमात के मकरज देश के जिन-जिन इलाकों में हैं, वहां भी छापेमरी कर इन विदेशियों की तलाश की जा रही है। इसमें से जो भी मिल रहे हैं, उन्हें क्वारनटीन सेंटर और कोरोना के लक्षण होने पर जांच के लिए भेजा रहा है।

  •  क्या हो सकती है कार्रवाई

इन विदेशियों के बारे में यह जानकारी मिल रही है कि इसमें से ज्यादातर पर्यटन वीजा पर आए थे, ऐसे में ये धार्मिक कार्यक्रम में कैसे शामिल हुए, यह एक बड़ा सवाल है। ऐेसे में इनके वीजा को रद्द भी किया जा सकता है। दरअसल नियम के मुताबिक जिसके लिए आपको वीजा मिलता है, उसके लिए ही आप किसी देश की यात्रा करते हैं।

  •  तीन दिनों का था कार्यक्रम

मरकज में 15,16 और 17 मार्च को दक्षिण-भारतीय राज्यों का एक बड़ा धार्मिक जोड़ (जलसा) आयोजित किया गया था। इसमें दक्षिण भारतीय राज्यों के अलावा उत्तर भारतीय के करीब 20 अन्य राज्यों के अलावा विदेशों से लोग आए थे। इस दौरान ही कुछ बाहरी लोगों के जरिये कोरोना वायरस संक्रमण फैला जो धीरे-धीरे विकराल रूप धारण कर लिया।

  •  क्या कहना है स्पेशल कमिश्नर का

क्राइम ब्रांच के स्पेशल कमिश्नर प्रवीर रंजन ने बताया कि मामले की जांच में जुटी क्राइम ब्रांच के मुखिया स्पेशल कमिश्नर प्रवीर रंजन का कहना है कि हम अभी सबसे ज्यादा उनलोगों की जांच में जुटे हैं, जो मरकज में आए थे। ताकि उनकी कोरोना जांच कराई जा सके और उन्हें क्वारनटीन सेंटर भेज कर संक्रमण को रोका जा सके।

Source :- Livehindustan.com

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