दिल्ली में ठंड ने तोड़ा 22 साल का रिकॉर्ड, सामान्य से 4.5 डिग्री कम रहा तापमान


नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में कड़ाके की ठंड ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। दिल्ली में मंगलवार को न्यूनतम तापमान 6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। मंगलवार को अधिकतम तापमान 17 डिग्री रह सकता है। मौसम विभाग का कहना है कि उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में हो रही बर्फबारी के कारण दिल्ली-एनसीआर में पारा लुढ़क गया है। मंगलवार को घना कोहरा भी रह सकता है। अगले दो दिनों तक कोई राहत की उम्मीद नहीं है।

पहाड़ों से आ रही बर्फीली हवाओं के असर से उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। राजधानी दिल्ली में अधिकतम तापमान भी सामान्य से 4.5 डिग्री नीचे चल रहा है और अगले कुछ दिनों तक न्यूनतम तापमान भी लुढ़कने का अनुमान है। राजस्थान में तो एक शख्स की सर्दी के चलते मौत हो गई है। राजस्थान के सीकर में पारा जीरो डिग्री पर पहुंच गया है और इसका असर ये है कि जहां कहीं भी पानी है, जमने लगा है, चाहे खेतों में हो, या फसलों पर, या पेड़ पौधों पर। सुबह के वक्त धुंध भी इतनी जबरदस्त है कि सड़कों पर गाड़ी चलाना खतरे से खाली नहीं है।

मौसम विभाग का कहना है कि ये तो शुरुआत है, मौसम का सर्द मिजाज अभी और सख्त होगा। राजस्थान के चुरू में भी पेड़ पौधों पर बर्फ जमनी शुरू हो गई है। हालांकि यहां का न्यूनतम तापमान अभी शून्य से करीब 3 डिग्री ऊपर है लेकिन सर्दी का अहसास जीरो डिग्री वाला ही है। कोहरा इतना कि 20-25 मीटर तक देखना भी मुमकिन नहीं है। दिन में भी गाड़ियों की लाइट जल रही हैं और दूसरी तरफ शहर भर में अलाव देखे जा रहे हैं। दिल्ली में दिसंबर की शुरुआत में ही ठंड ने 22 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया था। तब से लगातार चल रही सर्द हवाएं लोगों को सर्दी के पुराने तेवर याद दिला रही हैं। न्यूनतम तापमान 8 डिग्री के आसपास बना हुआ है लेकिन दिन का तापमान सामान्य से करीब साढ़े चार डिग्री तक नीचे चल रहा है।

अगले कुछ दिनों में और भी कंपकंपी छूटने वाली है। दिनभर सर्द कुहासा छाया रहता है, सूरज के दर्शन कई दिनों से नहीं हुए। गाड़ियों की लाइट दिन में भी ऑन रहती है। सर्दी ऐसी है कि खुले आसमान के नीचे सांस लेने में भी ठिठुरन का अहसास है। पंजाब भी शीतलहर की चपेट में है। जालंधर, लुधियाना, अमृतसर में न्यूनतम तापमान 3 से साढ़े तीन डिग्री के आसपास बना हुआ है। सर्द हवाओं के थपेड़ों ने घरों से बाहर निकलना मुश्किल कर दिया है। फिलहाल नए साल तक पूरे उत्तर भारत को सर्दी से राहत की कोई संभावना नहीं है।

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