नई दिल्ली, अजय राजपूत। ‘केजरीवाल सरकार का एक बहुत बड़ा चुनावी वादा था पूरी दिल्ली में सीसीटीवी कैमरे लगवाने का, इसपर अब काम दिखने लगा है’, दिल्ली के संगम विहार वजीराबाद के निवासी इस समय बहुत खुश हैं और अपने आप को बहुत सुरक्षित महसूस कर रहे हैं क्योंकि पूरे संगम विहार में दिल्ली सरकार के द्वारा सीसीटीवी कैमरे लगवाए जा रहे हैं। वहीं वजीराबाद के सतीश यादव ने बताया की अब तक संगम विहार में 450 सीसीटीवी कैमरे लग चुके हैं जबकि पूरे विधानसभा क्षेत्र में 2000 सीसीटीवी कैमरे लगने हैं.
- लोगों की CCTV कैमरे को लेकर उनकी राय क्या है ?
संगम विहार निवासी आजाद सिसोदिया ने सत्यकेतन से बातचीत में बताया कि अब हमारे अंदर कॉन्फिडेंस आ गया है की एक ऐसी आंख है जिसकी हमेशा चोरों ओर नजर है. किसी तरह कोई गलत गतिविधि होने का अब कोई खतरा नहीं है। और मुझे लगता है कि अगर इसी तरह से दिल्ली का विकास होता रहा तो अगले इलेक्शन में भी अरविंद केजरीवाल ही जीतेंगे.
- वीडियो देखने का अधिकार किसको होगा ?
सतीश यादव ने सत्यकेतन से बातचीत में बताया कि सीसीटीवी वीडियो देखने का अधिकार केवल 6 लोगों को होगा.
1. RWA अध्यक्ष
2. स्थानीय PWD अधिकारी
3. सीसीटीवी लगाने वाली कंपनी BEL
4. लोकल पुलिस थाने के SHO और
5. PWD कंट्रोल रूम
6. जिनके घर CCTV कैमरे लगे हैं उनको
- लोगों का कहना है कि बिल कौन भरेगा ?
सीसीटीवी के नज़दीक एक बॉक्स लगाया गया है. इस बॉक्स में DVR, UPS और वाई-फाई मौजूद है. वाई फाई की मदद से मोबाइल पर सीसीटीवी की लाइव फीड देखी जा सकती है. सीसीटीवी में 20 से 25 यूनिट खर्च होगी. जिस मकान के बाहर सीसीटीवी लगाया गया है उस मकान के बिजली के बिल में 50 यूनिट की सब्सिडी दी जाएगी. सीसीटीवी पर खर्च हुई बिजली का भुगतान दिल्ली सरकार करेगी. साथ ही 2 महीने तक सीसीटीवी की फुटेज स्टोर की जाएगी.
- इसके रखरखाव की जिम्मेदारी किसकी है ?
सीसीटीवी कैमरे के रखरखाव की जिम्मेदारी अगले 5 साल तक कैमरा लगाने वाली कंपनी की होगी. किसी तरह की खराबी होने पर कैमरे लगाने वाली कंपनी भारत electronics limited की होगी. इसके साथ ही कंपनी को 24 घंटे के भीतर कैमरे को ठीक करने की जिम्मेदारी होगी, नहीं तो ₹500 प्रति कैमरा रोजाना की पेनल्टी लगेगी सीसीटीवी में 4 मेगापिक्सल कैमरा लगा है. जो रात में देखने में सक्षम है.