यदि आप समाज में किसी को भी शक्ति के सन्दर्भ मे वार्तालाप करते पाते हैं तो सामान्य तौर पर वह वार्ता विधंस्व से जुड़ीं हुई
Category: लेख
नये युग का करें स्वागत!
जो पिछले दिनों शुरू हुआ, वो बहुत से लोगों को समझ में नहीं आया, परन्तु उसके परिणाम दीर्घगामी होंगे! जब जनमानस को मंदी का रस
सुन्दरता की खोज
आप सुबह-सुबह पार्क में जायें, कोई पंछी मिले न मिले, आपको कुछ महिलाएं व्यायाम करते हुए, पसीने में तर, हांफती हुई, चक्कर लगाती हुई अवश्य
प्राकृतिक चिकित्सा स्वस्थ रहने की एक कला
प्राकृतिक चिकित्सा स्वस्थ रहने की एक कला है। प्राकृतिक चिकित्सा यानि’ कुदरती इलाज’ आज इसकी चर्चा हर एक तरफ है,मीडिया ने इसे लोकप्रिय बना दिया
आय के आधार पर तीन श्रेणी के लोग
अमूमन हमारे भारत में आय के आधार पर तीन श्रेणी के लोग हमें देखने को मिलते हैं। जैसे कि: प्रथम श्रेणी व उच्च वर्ग द्वितीय
दिल्ली वालों के साथ केजरीवाल ने किया अन्याय: मनजीत लोचन
नई दिल्ली सत्यकेतन समाचार। इसे बढ़ता प्रदूषण कहें या दिल्ली सरकार की लापरवाही पर सच यही है कि दिल्ली की हवा ही नहीं बल्कि पानी
परदे के पीछे, लेखिका, रॉकी गुप्ता
लेखिका, रॉकी गुप्ता: “परदे के पीछे’’ शीर्षक में मेरा अभिप्राय उस परदे से नहीं है जिसको स्त्रियाँ अपने घर में बड़े बूदों की मान मर्यादा
ऋण माफ़ी का नशा, लेखक, ऋषि पाल गुप्ता
लेखक, ऋषि पाल गुप्ता: एक ज़माने में लाल बहादुर शास्त्री ने ‘जय जवान, जय किसान’ का नारा दिया! उस समय वो उस मध्यम मेहनती वर्ग
गरीब, गरीबी और गरीबी का विलाप
सत्यकेतन समाचार: हजारों साल पहले, लगभग पंद्रह सौ साल पहले, पांचवी शताब्दी में, कोई नहीं जानता ठीक कितने साल पहले, ह्वेनसांग भारत आया, ठीक दो शताब्दी