Bus Marshal Protest: मार्शलों को मिला DTC यूनियन का साथ, एक दिन पहले CM केजरीवाल ने कही थी ये बात

Bus Marshal Protest: दिल्ली की सड़कों पर बीते कई महीनों से सैलरी नहीं मिलने और नौकरी से हटाए गए बस मार्शल प्रदर्शन कर रहे हैं। अब मार्शलों के समर्थन में डीटीसी की कर्मचारी एकता यूनियन खुलकर मैदान में आ गई है। गुरुवार को यूनियन के अध्यक्ष ललित चौधरी सहित अन्य पदाधिकारियों ने प्रदर्शन स्थल दिल्ली सचिवालय पहुंचकर अपना पूरा सहयोग देने की बात कही।

इस मौके पर यूनियन अध्यक्ष ललित ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि मार्शलों की यह लड़ाई पूरी तरह से जायज है। इसलिए यूनियन ने फैसला लिया कि मार्शलों की इस लड़ाई के संघर्ष में पूरी तरह से इनके साथ खड़ी रहेगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार मार्शलों के साथ बहुत ही सौतेला व्यवहार कर रही है, 5 महीने का वेतन नहीं मिलने से पहले ही लाचार हो चुके मार्शलों को अब नौकरी से भी निकाल कर कुठाराघात किया है।

उन्होंने कहा कि मार्शलों की वजह से डीटीसी बसों में यात्रा करने वाली महिलाओं के साथ ही अन्य यात्री भी खुद को सुरक्षित समझते थे। बता दें कि धरने पर बैठे इन मार्शलों के समर्थन में भाजपा व कांग्रेस पहले ही उतर चुकी है। अब डीटीसी संगठन ने भी अपना पूर्ण समर्थन दे दिया है।

सीएम केजरीवाल ने दिया था ये निर्देश

वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार यानी 1 नवंबर को बस मार्शलों (Bus Marshal) के रूप में होम गार्ड की नियुक्ति और तैनाती नहीं हो जाने तक जारी रखने को कहा था। इसको लेकर मुख्यमंत्री ने परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत को निर्देश जारी किया था।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि जब तक बस मार्शल के रूप में होम गार्ड की नियुक्ति और तैनाती नहीं हो जाती, तब तक मौजूदा बस मार्शल को जारी रखा जाए, ताकि महिलाओं की सुरक्षा से समझौता न हो। इसके साथ ही सीएम ने दिवाली से पहले बस मार्शलों के भुगतान की प्रक्रिया में भी तेजी लाने के लिए भी कहा था।