
नई दिल्ली, सत्यकेतन समाचार। कोरोना महामारी का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है. बहुत से लोग एक दूसरे के लिए मदद का हाथ बढ़ा रहें हैं. लेकिन, इतनी गंभीर आपदा के बावजूद कुछ ऐसे लोग हैं जिन्हें मज़बूरी से मुनाफ़ा कमाना भा रहा है. ऐसा ही एक मामला दिल्ली के मुखर्जी नगर थाने में आया जहाँ, एक एम्बुलेंस ड्राइवर 8 किलोमीटर के लिए महँगी कीमत चुकाने की ज़िद्द कर रहा था.
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, दिल्ली में कोरोना मरीज़ों की मौतों की तादाद में बड़ी ही तेज़ी से इज़ाफ़ा दर्ज किया जा रहा है. जिसके चलते, 3 अप्रैल को कोविड रोगियों के शव को दुर्गा अस्पताल से निगम बोध घाट तक पहुँचाने के लिए एम्बुलेंस का सहारा लिया जाना था. जो कि कुल 8 किलोमीटर का रास्ता होगा, इतनी ही दूरी तय करने के लिए एम्बुलेंस का चालक 5 हज़ार रूपए की मांग कर रहा था. कोविड रोगियों के परिजनों से ओवरचार्ज करने की सूचना मिलने पर, मुखर्जी नगर थाना पुलिस ने एक्शन मोड का रुख लिया और उस एम्बुलेंस चालक को हिरासत में ले लिया।
चालक की पहचान मनीष (21 वर्षीय) के रूप में हुई है, जो की मूलरूप से दिल्ली के रोहिणी सेक्टर 2 का प्रवासी है. उसके एम्बुलेंस वाहन का नंबर DL-2021-TR-0497A बताया जा रहा है. और मनीष को ज्योति एम्बुलेंस सेवाओं में कोरोना के मृतकों को एक जगह से दूसरी जगह पहुँचाने का काम सौंपा गया था.
बता दें, एम्बुलेंस ड्राइवर मनीष को अधिक दामों की मांग करने और लोगों को विपदा में ठगी करने के जुर्म में गिरफ्तार कर लिया गया है. और उसके ऊपर आईपीसी 420/34 एवं आवश्यक वस्तु अधिनियम 3/7 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. फिलहाल मुखर्जी नगर थाने के पुलिसकर्मी मनीष के साथी की तलाश में जुटे हैं. और मामले की आगे की जांच जारी है।
ऐसी ही एक अन्य घटना को एम्बुलेंस चालक ने दिया था अंजाम
इसके अलावा, अभी हाल ही सोशल मीडिया पर एक पोस्ट खूब तेज़ी से वायरल हो रही थी. उस पोस्ट में एक एम्बुलेंस के बिल की तस्वीर थी. जिसमे स्पष्ट रूप से दिखाई पड़ रहा था कि, एम्बुलेंस चालक ने किसी से 10 हज़ार रूपए लिए थे. शूल्क चुकाने वाले ने यह दावा किया था कि, उस एम्बुलेंस के ड्राइवर ने महज़ 4 किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए 10 हज़ार रूपए लिए थे.