New Marriage Policy: ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा नया निकाह इकरारनामा जारी, जाने अब क्या होंगे नए नियम

New Marriage Policy: ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा नया निकाह इकरारनामा जारी, जाने अब क्या होंगे नए नियम

नई दिल्ली, रितेशु सेन। मुस्लिम शादी-निकाह से जुड़े कुछ नए कानून लागू करने के लिए अपील किये गए हैं. मालूम हो कि, यह नया निकाह इकरारनामा ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा जारी किया गया है. नए निकाह समन्धित इकरारनामा में मुख्यरूप से फिजूलखर्ची और दहेज का बहिष्कार कर निकाह को आसान बनाने के बिंदुओं को साँझा किया गया है. नए कानूनो को लॉ बोर्ड के अध्यक्ष, मौलाना सय्यद राबे हसनी नदवी और बोर्ड महासचिव, मौलाना वली रहमानी ने जारी किया है.

दरअसल, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने 10 दिवसीय अभियान शुरू किया है जिसके तहत छह अप्रैल तक चलने वाला है यह अभियान। मौलाना सय्यद और मौलाना वली रहमानी के मुताबिक, यहां पर निकाह के कुछ गैर ज़रूरी रस्मों को ख़त्म किया जा रहा है जिससे शादी सादगी से भी हो जाएगी और फ़िज़ूली उलझनों से भी निजात मिलेगी। इसके साथ ही, उन्होंने ऐलान कर कहा कि, बड़े-बड़े मैरिज हॉल संजोने के बजाय मस्जिदों में ही निकाह पढ़ाने की अपील की गई है।

इस बैठक में, अध्यक्ष, मौलाना सय्यद राबे हसनी नदवी और बोर्ड महासचिव, मौलाना वली रहमानी के अलावा किछोछा शरीफ के सज्जादानशीन मौलाना फखरुद्दीन जीलानी, जमीयत उलमा अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी, या जमात ए इस्लामी हिंद के अमीर सआदतउल्लाह हुसैनी, जमीयत अहले हदीस के मौलाना असगर अली इमाम मेहदी सलफी, मजलिस उलमा ए ङ्क्षहद के महासचिव मौलाना कल्बे जवाद शामिल थे.

नए निकाह नियम -कानून कि, की गई गुज़ारिश निचे बिंदुओं में साँझा किया जा रहा है-

1. निकाह के तय वक्त का निकाह करने वाले, उनके रिश्तेदारों और सभी शरीख होने वाले मेहमानों को सख्ती से पालन करना है.

2. निकाह में दहेज की मांग, गैर ज़रूरी रस्म-ओ-रिवाज़ जैसे मांझा (हल्दी की रस्म), रतजगा से परहेज करने की अनुमति।

3. निकाह में शिरकत करेंगे, लेकिन निकाह के बाद खाने की दावत से बचेंगे।

4. निकाह की दावत सिर्फ घर वालों और शहर से बाहर के मेहमानों को दी जाएगी।

5. मैरिज हॉल अरेंज करने और बारात की रस्म को खत्म करने के लिए मस्जिदों में सादगी से निकाह कराया जाएगा।

6. वलीमा की दावत सादगी के साथ करेंगे, गरीबों का ख्याल भी रखेंगे।

7. निकाह व वलीमा में आतिशबाजी, नाचगाना आदि नहीं होगा।

8. शरीयत के मुताबिक निकाह व दावत-ए-वलीमा का समर्थन करेंगे।

9. निकाह करने वाले नौजवान, अपने निकाह को कम खर्च और सादगी के साथ करेंगे।

10. निकाह के बाद सुन्नत के मुताबिक बीवी से बेहतर सुलूक करेंगे।