Corona virus: केरल राज्य के एर्नाकुलम में ब्रिटिश नागरिक के कोरोना वायरस के इलाज में एचआईवी (HIV) की एंटीरेट्रोवायरल दवा दी गई इस दवा को देने के बाद जब ब्रिटिश नागरिक की पुनः जांच की गई तो उसकी रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई हैं। एर्नाकुलम मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल एक बयान जारी कर यह जानकारी दी है इस रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्रिटिश नागरिक की जांच में पहले रिपोर्ट पॉजिटिव थी। डॉक्टरों ने उसे रिटोनवीर और लोपिनवीर दवाओं का मिश्रण दिया। मरीज पर इसका बेहतर असर रहा। 3 दिन बाद ही इस मरीज की जांच में रिपोर्ट नेगेटिव आ गई।
अस्पताल के अधिकारियों का मानना है कि पहली बार कोरोना वायरस के इलाज के लिए किसी मरीज को एचआईवी की एंटीरेट्रोवायरल दवा दी गई। इसके पहले राजस्थान के जयपुर अस्पताल के डॉक्टरों ने भी इसी दवा का इस्तेमाल किया था। आईसीएमआर ने कोरोनावायरस के मरीजों को एचआईवी मरीजों को दी जाने वाली दवा की अनुमति दी है। जिसके कारण यह इलाज अब कारगर होता दिख रहा है। मप्र सरकार ने भी किसानों की इस समस्या को सुलझाने का कोई ठोस प्रयास नहीं किया है। जिसके कारण किसानों में रोष फैल रहा है। भारत में दूसरा कोरोना मरीज है| जो मात्र 3 दिन में संक्रमण से मुक्त हुआ है|