नई दिल्ली। क्रिकेट एक ऐसा खेल है, जिसमें 11 खिलाडिय़ों की जरूरत पड़ती है और ये खिलाड़ी विभिन्न प्रांतों के होते हैं, मगर एक परिवार है, जिसमें सभी क्रिकेटर हैं। इन सभी में 7 सगे भाई हैं और रिजर्व में रखे गए 5 खिलाड़ी भी आपस में भाई हैं। इस क्लब को दातार नाम दिया गया है।
टीम में जीतू और अभिषेक सबसे छोटे हैं, जिनकी उम्र क्रमश: 15 व 16 साल है। जबकि 34 साल के नरेंद्र वरिष्ठतम हैं। जितेंद्र, रूपेश, रिंकू आपस में सगे भाई हैं। इसी तरह उनके दो चाचाओं के बेटे नरेश और अभिषेक, रंजीत और सोनू भी सगे भाई हैं। धर्मेंद्र, विजय, प्रदीप और अंकेश भी कुटुंब भी चाचा-ताऊ के बेटे हैं। पा
रिवारिक टीम के सबसे बड़े भाई नरेंद्र पैसे का हिसाब-किताब रखते हैं। उन्होंने बताया कि जीत की राशि को हम क्रिकेट पर ही खर्च करते हैं। नेट, मैट सहित क्रिकेट की किट और बल्ले आदि की खरीद पर सालाना एक लाख रुपए खर्च हो जाता है। बाकी पैसा अगले साल के लिए बचाकर रखा जाता है, क्योंकि कई बार हमें इतनी जीत नहीं मिल पाती।