नई दिल्ली। संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ देश के कई शहरों में गुरुवार को निषेधाज्ञा आदेशों का उल्लंघन करते हुए छात्रों समेत हजारों की संख्या में लोगों ने विरोध प्रदर्शन किये। इस दौरान कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और बिहार के कुछ हिस्सों में हिंसा हुई जिनमें तीन लोगों की मौत हो गयी। लखनऊ, जहाँ गुरुवार को जमकर बवाल हुआ था वहां राज्य सरकार ने शनिवार दोपहर तक मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं बंद की हैं। अतिरिक्त मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने इस संबंध में गुरुवार देर रात निर्देश जारी किया है।
सवाल यह है कि जो लोग सार्वजनिक संपत्ति को आग लगा रहे हैं, थाने फूंक रहे हैं, सुरक्षा बलों पर पथराव कर रहे हैं क्या वह नागरिक कहलाये जाने के लायक हैं? वही दूसरी ओर, दिल्ली पुलिस ने फेसबुक और ट्विटर सहित विभिन्न सोशल मीडिया मंचों से करीब 60 खातों से आपत्तिजनक सामग्री हटाने और उन्हें निष्क्रिय करने के लिए पत्र लिखा है। एक अधिकारी ने कहा कि पुलिस संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ अफवाहों को रोकने के लिए काम कर रही है। पुलिस ने लोगों से अफवाह फैलाने वाले यूजर्स के खातों की जानकारी देने की भी अपील की है।
इस बीच, दिल्ली में विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर बंद किए जामिया मिल्लिया इस्लामिया और जसोला विहार शाहीन बाग मेट्रो स्टेशनों को शुक्रवार को खोल दिया गया। दिल्ली पुलिस के अनुरोध के बाद राष्ट्रीय राजधानी में बृहस्पतिवार को कम से कम 20 मेट्रो स्टेशन बंद कर दिए थे। दिल्ली में जगह-जगह पर पुलिस का कड़ा पहरा जारी है।