
Hijab Controversy: देशभर में और सोशल मीडिया पर इस वक़्त हिजाब (Hijab) की बहस तेज हो रही है। हिजाब मुस्लिम स्त्रियों द्वारा पहना जाना वाला एक वस्त्र है। हिजाब के अतिरिक्त मुस्लिम महिलाएं अबाया (Abaya) बुर्क़ा (Burqa) या नक़ाब (Niqab) भी पहनती हैं। अक्सर इन सभी पोशाकों को एक मान लिया जाता है जबकि वे अलग-अलग होते हैं। क्या फ़र्क़ है इन सबमें, आइए जानते हैं।
बुर्क़ा – यह मुस्लिम स्त्रियों द्वारा पहना जाने वाला ख़ास पोशाक है। भारतीय स्त्रियां बुर्क़ा (Burqa) अमूमन नहीं पहनतीं। यह आमतौर पर मध्य-एशियाई देशों और अफ़ग़ानिस्तान में पहना जाता है। बुर्क़े में स्त्रियां सरापा (सर से पांव तक) ढकी हुई होती हैं। आंखों के सामने एक पर्दा या जाली जैसा कुछ होता है जिससे वे बाहर देख पाती हैं। तालिबान ने अपने पिछले शासन में बुर्क़े को महिलाओं के लिए ज़रूरी कर दिया था जबकि इस बार वह हिजाब पर ज़ोर दे रही है।
हिजाब – भारतीय महिलाएं अक्सर हिजाब (Hijab) में नज़र आती हैं। इसमें ख़ास कपड़े के द्वारा सर और छाती के हिस्से को ढका जाता है और चेहरा खुला हुआ रहता है। कई जगह पुरुष भी हिजाब पहनते हैं। हिजाब के आस-पास का वस्त्र चादोर है जिसमें हिजाब से थोड़ा अधिक चेहरा ढका जाता है।
अबाया – अबाया (Abaya) शब्द की व्युत्पत्ति अबा शब्द से हुई है। अबा का अर्थ सीधा-सरल-ढीला लबादे जैसा वस्त्र होता है। यह उत्तरी अफ़्रीका और अरेबियन देशों में बहुतायत पहना जाता है। भारतीय महिलाएं भी बहुत बार अबाया पहनती हैं। कई महिलाएं अबाया के ऊपर हिजाब पहनती हैं तो कई इसके ऊपर नक़ाब पहनती हैं।
नक़ाब – अबाया के ऊपर पहना जाने वाला वस्त्र है। इसमें आंखों के अतिरिक्त कुछ और नहीं दिखता है। नक़ाब (Niqab) पर कई बार कई बहसें हुई हैं। कुछ देशों में इसे बेहद कट्टर माना जाता है। फ़्रांस के राष्ट्रपति रहे निकोलस सरकोज़ी यहां तक कह चुके हैं कि फ़्रांस में नक़ाब या बुर्क़े का स्वागत नहीं है।